Thursday, February 6, 2025
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कांग्रेस में अब प्रशांत किशोर पर बगावत,

बंगाल चुनाव में ममता बनर्जी को शानदार जीत दिलाने वाले चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें तेज हो गयी हैं. लेकिन कांग्रेस के अंदर इसका विरोध भी शुरू हो गया है. प्रशांत किशोर को लेकर कांग्रेस दो फाड़ है. पार्टी के कई वरिष्ठ नेता इस बात से नाराज चल रहे हैं. बताया जा रहा है कि कुछ नेता इसके सख्त खिलाफ हैं.

आज तक की एक खबर के मुताबिक, पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांगेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम के आवास पर एक हाई लेवल मीटिंग हुई थी, जिसमें प्रशांत किशोर के कांग्रेस में शामिल होने की चर्चा की गयी थी. इस बैठक में कांग्रेस के वे 23 नेता भी शामिल हुए थे, जिन्हें G-23 भी कहा जाता है. ये वहीं 23 नेता हैं जो काफी समय से कांग्रेस नेतृत्व में बदलाव की मांग कर रहे हैं.

लेकिन इन 23 नेताओं ने ही प्रशांत किशोर के कांग्रेस में शामिल होने का विरोध किया है. नेताओं का अंदेशा है कि प्रशांत किशोर के पार्टी में आ जाने के बाद पार्टी के अहम फैसले भी आउटसोर्सिंग होने लगेंगे. जबकि कांग्रेस का एक धड़ा पीके को कांग्रेस में शामिल करने को लेकर तैयार है. पीके को पार्टी का महासचिव मनान की चर्चा है, जो पद अभी प्रियंका गांधी के पास है.प्र

बैठक में शामिल हुए एक नेता ने आज तक को बताया कि हमले उत्तर प्रदेश और बंगाल में प्रशांत किशोर को देखा है. उनकी सफलता विशिष्ट है. पीके को कांग्रेस में शामिल करने के किसी भी प्रकार की चर्चा कार्यसमिति की बैठक में होनी चाहिए. बता दें कि पार्टी के वरिष्ठ नेता एके एंटनी और अंबिका सोनी को प्रशांत किशोर के पार्टी में शामिल होने पर नेताओं की राय पर एक रिपोर्ट बनाने को कहा गया है.

उल्लेखनीय है कि कांग्रेस पार्टी का पिछली कई चुनाव में काफी खराब प्रदर्शन रहा है. पार्टी अपनी पुरानी सीटों को भी नहीं बचा पा रही है. वहीं जिन राज्यों में कांग्रेस की सरकार है, वहां भी वह अंदरुनी संकट से गुजर रही है. पंजाब, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में पार्टी के नेता आपस में ही लड़-भीड़ रहे हैं. वहीं शीर्ष नेतृत्व को लेकर भी पार्टी में मनमुटाव है.

पहले राजस्थान, फिर पंजाब, फिर छत्तीसगढ़ और अब चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर यानी पीके। कांग्रेस में मुश्किलों का अंत होता नहीं दिख रहा है। राहुल गांधी से प्रशांत किशोर ने पिछले महीने मुलाकात की थी। इसके बाद चर्चा शुरू हुई कि पीके को कांग्रेस का महासचिव बनाया जा रहा है। फिलहाल ये फैसला तो नहीं हुआ, लेकिन कांग्रेस में प्रशांत किशोर को शामिल करने पर विरोध के सुर उठने लगे हैं। सूत्रों के हवाले से एक न्यूज चैनल ने ये खबर दी है। न्यूज चैनल के मुताबिक प्रशांत किशोर को कांग्रेस में लाने और महासचिव जैसा अहम ओहदा देने से तमाम सीनियर नेता नाराज हैं। इन नेताओं ने पिछले हफ्ते कपिल सिब्बल के घर पर मीटिंग की। इस मीटिंग में कांग्रेस आलाकमान में बदलाव की मांग करने वाले जी-23 गुट के नेता शामिल हुए। सूत्रों के जरिए चैनल ने खबर दी है कि बैठक में नेताओं ने कहा कि प्रशांत किशोर को कांग्रेस में शामिल करने के बारे में कांग्रेस वर्किंग ग्रुप की मीटिंग में चर्चा होनी चाहिए।

Prashant Kishor and Captain Amarinder Singh

बता दें कि प्रशांत किशोर ने 2014 में मोदी का कैंपेन संभाला था। जिसके बाद वह जेडीयू के साथ जुड़े। फिर पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी को अपनी सेवाएं दीं और पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह के सलाहकार भी बने। उन्होंने अमरिंदर के सलाहकार पद से इस्तीफा देने के बाद ही राहुल गांधी से मुलाकात की थी।

Mamta Banerjee Prashant Kishor

प्रशांत किशोर खुद ये कई बार मान चुके हैं कि बीजेपी के लिए काम न करने पर भी पीएम नरेंद्र मोदी से उनके अब भी अच्छे रिश्ते हैं। माना जा रहा है कि इसी वजह से कांग्रेस में उनको शामिल करने का विरोध हो रहा है। अब देखना ये है कि राहुल गांधी और कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी पार्टी में उठ रहे पीके विरोधी सुरों को देखते हुए अपना फैसला पलटते हैं या नहीं।

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