कर्नाटक के मंगलुरु ब्लास्ट में अरेस्ट आतंकी मोहम्मद शारिक से जुडी दिल देहला देने वाली बाते सामने आई है। दरअसल, 19 नवंबर को कर्नाटक के मंगलुरु में शाम चार बजे ऑटो रिक्शा में रखे हुए कुकर में धमाका हुआ था। इसमें ऑटो ड्राइवर पुरुषोत्तम पुजारी और उसके पीछे बैठा 24 साल का एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया था।
आपको बता दें NIA की छानबीन में यह एक बड़ी साजिश है सामने आया। जिसके आतंकी धमाके का मुख्य जिहादी मोहम्मद शारिक था। धमाके की जांच NIA कर रही है। जांच एजेंसी ने कोर्ट में अर्जी दाखिल कर मोहम्मद शारिक से पूछताछ की इजाजत मांगी है।
जानकारी के अनुसार जिहादी आतंकी मोहम्मद शारिक ISIS की मदद से देश में खलीफा (शरिया कानून) का शासन देश में स्थापित करने के मिशन में लगा है।
72 हूरों के लिए बना आतंकवादी
जिहादी आतंकी मोहम्मद शारिक की मौसी जिहादी शारिक के बारे में बताती है कि वह फरवरी 2020 में शिमोगा की दीवारों पर लश्कर और ISIS के समर्थन में जो नारे और संदेश लिखे गए थे। उन जिहादी नारों में शारिक और उसके साथियों का हाथ था। जिहादी शारिक के बारे में आगे उसकी मौसी बताती है कि आतंकी शारिक कहता है कि
’नमाज, इबादत…अल्लाह-अल्लाह, मेरा अल्लाह है, मेरा तो सब कुछ अल्लाह है। जन्नत में 72 हूरें मिलेंगी। वो ही उसकी असली दुनिया है। जन्नत में रहने वाली हुर(लडकीयां) मेकअप नहीं करती और ना ही टीवी देखती है। साथ ही आगे कहता है कि जन्नत की हुर गाने नहीं सुनने।
हिंदुओं से नहीं करनी चाहिए बात- आतंकी शारिक
आगे आतंकी शारिक कहता है कि हिंदुओं से बात तक नहीं करनी चाहिए। वह कहता है कि हिंदुओं से तुम्हारा क्या लेना-देना है। लेकिन बता दें कि जिहादी शारिक खुद गाने सुनता था और फिल्में भी देखता था। लेकिन वहीं दूसरी ओर घर की औरतों को रोकता था‘
हिंदुओं को बिजनेस के लिए करता था इस्तेमाल
आपको बता दें कि जिहादी आतंकी शारिक अपनी मौसी को कहा करता थी कि ’गोभी मंचूरियन और पानीपूरी ये हिंदुओं का खाना है लेकिन खाता है क्योंकि उसे बिजनेस चाहिए। लेकिन वही हिंदुओं से दूर रहना चाहिए वो काफिर है