Sunday, December 22, 2024
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ममता बनर्जी का नाटक,जय श्री राम.. भारत माता की जय के नारे पर,कैलाश विजयवर्गीय ने खोल दी पोल

नेता जी सुभाष चंद्र बोस के मंच पर ममता बनर्जी ने अल्पसंख्यक के वोट का लाभ लेने का प्रयास किया है, ये बहुत शर्म की बात है: कैलाश विजयवर्गीय
मैं यह नहीं समझ पा रहा हूं जय श्री राम के जप में क्या समस्या है और ममता जी इससे क्यों नाराज़ हैं। मुझे लगता है कि उनके सम्मान में नारा बुलंद किया गया। नारे के कारण धरना छोड़ना कुछ और नहीं बल्कि उनकी हताशा को दर्शाता है: बीजेपी महासचिव, कैलाश विजयवर्गीय
सोची समझी साजिश ममता बनर्जी की अल्पसंख्यक वोट के लिए.

देश आज यानी 23 जनवरी को नेताजी सुभाष चंद्र बोस ( Netaji Subhas Chandra Bose Birth Anniversary) की 125वीं जयंति मना रहा है। देश को अलग-अलग राज्यों में सुभाष जयंति के अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों को आयोजन कर नेताजी के योगदान को याद किया जा रहा है। इस दौरान पश्चिम बंगाल ( West Bengal ) की राजधानी कोलकाता के विक्टोरिया मेमोरियल ( Victoria Memorial Of Kolkata )
में आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ( CM Mamata Banerjee ) का गुस्सा देखने को मिला। इस बीच ममता बनर्जी ने भाषण देने से भी इनकार कर दिया। ममता बनर्जी ने मंच पर भाषण देने पहुंची तो वहां मौजूद लोगों ने नारेबाजी शुरू कर दी। जिससे ममता खासी नाराज हो गई।

यूं बुलाकर अपमान करना अच्छी बात नहीं
ममता बनर्जी ने कहा कि किसी को यूं बुलाकर अपमान करना अच्छी बात नहीं है। हुआ यूं कि जैसे ही ममता बनर्जी मंच पर पहुंची तो कार्यक्रम में मौजूद लोगों ने जयश्री राम और भारत माता की जय के नारे लगाने शुरू कर दिए। जिसके खफा होकर उन्होंने भाषण देने से साफ इनकार कर दिया। नाराज ममता बनर्जी ने कहा कि अगर किसी को कार्यक्रम में आमंत्रित किया है तो इस तरह से उसका अपमान करना कहां तक ठीक है। ममता ने कहा कि सरकार के कार्यक्रम एक गरीमा या मर्यादा होनी चाहिए। क्योंकि यह किसी राजनीतिक दल का प्रोग्राम नहीं, बल्कि एक सरकारी कार्यक्रम है।

कोलकाता में कार्यक्रम का आयोजन
ममता बनर्जी ने कहा कि यह सभी दल और जनता का कार्यक्रम है। इसलिए मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कल्चरल मिनिस्ट्री की आभारी हूं कि उन्होंने कोलकाता में कार्यक्रम का आयोजन किया। लेकिन कार्यक्रम में किसी को यूं बुलाकर उसका अपमान करना ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि इसलिए मैं इसका विरोध करते हुए कुछ नहीं बोलूंगी। जय हिंद, जय बांग्ला। इतना कहकर ममता बनर्जी वापस जाकर अपने स्थान पर बैठ गईं। आपको बता दें कि इससे पहले मुख्यमंत्री ने कहा, “राजारहाट में आजाद हिंद फौज के नाम से एक स्मारक का निर्माण किया जाएगा। नेताजी के नाम से एक विश्वविद्यालय की भी स्थापना की जाएगी, जो पूरी तरह से राज्य द्वारा वित्तपोषित होगा और विदेशी विश्वविद्यालयों संग इसका करार भी होगा।”
ममना बनर्जी ने बताया कि आज के दिन एक भव्य पदयात्रा का आयोजन किया गया है। कोलकाता में इस साल गणतंत्र दिवस की परेड भी नेताजी को समर्पित की जाएगी।

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