इंदौर: आए दिन मध्यप्रदेश में अलग अलग शहरों से लवजिहाद के कई मामले सामने आ रहे हैं लेकिन हाल ही में इंदौर से एक ऐसा मामला सामने आया है जो सिर्फ लव जिहाद नहीं बल्कि धोखा, कट्टरपंथी विचार और घृणित मानसिकता का उदाहरण है।
यह सिर्फ एक और लव जिहाद की कहानी नहीं है, यह एक ऐसी हकीकत है, जिसमें नकाब के पीछे छिपे एक दरिंदे ने न सिर्फ एक महिला को धोखा दिया, बल्कि उसके पूरे परिवार की जड़ें हिला दीं। यह कहानी सिर्फ प्यार में मिले धोखे की नहीं, बल्कि सुनियोजित छल, कट्टरपंथी मानसिकता और मासूमियत पर हुए बर्बर हमले की है।
शाहनवाज ने श्याम बनकर किया महिला का शोषण
घटना इंदौर के खजराना क्षेत्र की है जहां 9 साल पहले एक महिला अपने बच्चे को पालने के लिए संघर्ष कर रही थी, तभी उसकी जिंदगी में ‘श्याम पटेल’ नाम का एक शख्स आया, जिसने खुद को हिंदू बताया, भरोसे का नकाब पहना, और फिर उसके जीवन में नौ साल तक जहर घोलता रहा। लेकिन ‘श्याम’ असल में शहनवाज़ निकला।
शहनवाज़ ने महिला का भरोसा जीतकर उसके साथ रिश्ता बनाया। इस रिश्ते से एक बेटी भी हुई, जिसका नाम उसने ‘आयशा’ रखा। नौ साल तक सब कुछ एक झूठ पर टिका रहा। लेकिन धीरे-धीरे, शहनवाज़ का असली चेहरा सामने आने लगा।
“अस्सलाम वालेकुम” से हुआ शक
शुरुआत में महिला को युवक की असली पहचान की भनक नहीं थी, लेकिन एक दिन उसकी बहन ने फोन पर उसे “अस्सलाम वालेकुम” कहते हुए सुन लिया, जिससे संदेह पैदा हुआ। जब महिला ने युवक का आधार कार्ड देखा तो सच्चाई सामने आ गई, उसका असली नाम शाहनवाज पटेल था, न कि श्याम पटेल।
महिला के सवाल उठाने पर शाहनवाज ने उल्टा उस पर दबाव बनाना शुरू कर दिया। उसने महिला से इस्लाम कबूलने, बुर्का पहनने और नमाज़ पढ़ने के लिए कहा। जब महिला ने इसका विरोध किया, तो उसने उसके साथ मारपीट की।
बच्चों को भी नहीं छोड़ा…
महिला ने जब अपनी बेटी और बेटे को लेकर अपने जीवन को दोबारा संवारने की कोशिश की, तो शहनवाज़ की नीयत उनके मासूम बच्चों पर भी खराब होने लगी। बेटी को जबरन ‘आलिमा’ बनाने की बातें की जाने लगीं। वहीं बेटा, जिसे खेलकूद और पढ़ाई में होना चाहिए था, उसे एक मदरसे में जबरन भेजा गया, जहां उस पर धर्म बदलने का दबाव डाला गया।
बेटे ने उठाई आवाज़, मां को दिलाया न्याय
जब मां को अपनी बेटी और बेटे दोनों के लिए डर सताने लगा, तो उसने विरोध किया। लेकिन उसे धमकियां दी गईं। हालत तब और बिगड़ी जब महिला ने देखा कि शहनवाज़ का प्रशासन और पुलिस से भी संपर्क है, वह तिलक लगाकर, कलावा पहनकर घूमता था और खुद को हिन्दू साबित करता था।
इस सबके बीच, एक उम्मीद की किरण बना उसका बेटा। उसने अपनी मां पर हो रहे अत्याचारों को चुपचाप नहीं देखा। उसने स्थानीय हिंदू संगठनों से संपर्क किया और अपनी मां की सच्चाई साझा की।
पुलिस की कार्रवाई:
एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया के अनुसार, शाहनवाज पटेल (पिता: सलीम पटेल, निवासी: पटेल नगर, खजराना) के खिलाफ मध्यप्रदेश धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम और भारतीय न्याय संहिता की धारा 69 बीएनएस, 118(2), 24 और 75 जेजे एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है। साथ ही सोहेल पटेल और सलीम पटेल पर भी गंभीर धाराओं में मामला दर्ज हुआ है। फिलहाल पुलिस इस पूरे प्रकरण की विस्तृत जांच कर रही है।
वही पुराना पैटर्न, वही नकली नाम, वही झूठा प्यार… लेकिन इस बार निशाना सिर्फ महिला नहीं थी, उसका मासूम बेटा और बेटी भी इस जहरीले जाल में उलझ गए। ये कहानी एक माँ की है, जिसने खुद को मिटा कर बच्चों को बचाने की कोशिश की… और एक 15 साल के उस बेटे की, जिसने अपनी माँ की असलियत को दुनिया के सामने लाने का साहस दिखाया।
ये मामला न तो साधारण है, न ही भुला देने लायक… ये इंदौर की उन सड़कों से निकली एक दहशतभरी सच्चाई है, जो बताती है कि लव जिहाद अब सिर्फ प्रेम में धोखा नहीं, एक परिवार को तोड़ने का काफ़ी गहरा षड्यंत्र बन चुका है।