लालू के लाल से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नाराज; अटल पार्क का नाम चुपचाप बदलने की तैयारी हुई फेल
महागठबंधन सरकार के मुखिया नीतीश कुमार अपनी सरकार के मंत्री से नाराज हो गए हैं। इस नाराजगी की वजह है नीतीश के अटल-प्रेम पर तेज प्रताप का हमला। अटल पार्क का चुपके से नाम बदलने की तैयारी थी, जिसे रद्द कर दिया गया है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अटल प्रेम पर महागठबंधन सरकार के वन पर्यावरण विभाग ने ही वार कर दिया। नीतीश इधर बार-बार दिवंगत प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को याद कर रहे हैं और उधर राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव के विभाग ने पटना के अटल पार्क का नाम बदलने की घोषणा कर दी। नए नाम से पार्क का लोकार्पण होने की खबर से बिहार की महागठबंधन सरकार में हंगामा मच गया। नीतीश की नाराजगी के कारण आमंत्रण पत्र को आननफानन में पब्लिक डोमेन से हटाया गया। इस लोकार्पण में भाजपा के स्थानीय विधायक को भी बुलाया गया था, हालांकि उन्होंने नहीं आने की दूसरी वजह बताई थी। तेज प्रताप यादव ने खुद पार्क के नए नाम से लोकार्पण का कार्यक्रम स्थगित होने की बात कही, हालांकि उन्होंने कहा कि इस पार्क का नाम सरकारी दस्तावेजों में कोकोनट पार्क ही है।
भाजपा ने किया था नामकरण, तेज बदल रहे थे
पटना के कंकड़बाग अंतर्गत पत्रकार नगर स्थित हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के नाम से यह पार्क है। सोमवार को राज्य के वन एवं पर्यावरण मंत्री तेज प्रताप यादव इस पार्क का नाम कोकोनट पार्क कर नए सिरे से लोकार्पण करने वाले थे। कार्ड भी छपकर मीडिया में सोशल मीडिया के जरिए पहुंच गया था। इस कार्यक्रम में बतौर विशिष्ट अतिथि कुम्हरार के भाजपा विधायक अरुण कुमार सिन्हा को न्यौता दिया गया था। बताया जा रहा है कि पहले इस पार्क का नाम कोकोनट पार्क था, लेकिन अटल बिहारी वाजपेयी के निधन के बाद स्थानीय लोगों और भाजपा के नेताओं ने इसका यही नामकरण कर दिया था। यहां स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा भी लगी है। कई मौकों पर राजनेता यहां मूर्ति पर माल्यार्पण करने आते रहे हैं। तेज प्रताप यादव के इस कदम के बाद भाजपा ने सीएम नीतीश को निशाने पर ले लिए लिया, वहीं जदयू ने फिलहाल इस मामले में बस इतना कहा है कि नाम में बदलाव किस परिपेक्ष्य में किया गया है, इसकी जानकारी पार्टी को नहीं है।