Sunday, December 22, 2024
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(LIVE VIDEO) ममता बनर्जी के ख़ास मंत्री का वीडियो वायरल कर दिया कैलाश विजयवर्गीय ने,40 हज़ार करोड़ के घोटाले में दूसरा खास परेशानी में

भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने जहां ममता बनर्जी के मंत्री का वीडियो वायरल कर दिया है ,जिसमे ममता बनर्जी के खास मंत्री को हथियार बन्द भीड़ लेकर भाजपा पदाधिकारी के घर हमला करने जाते दिखाया है

वहीं ममता बनर्जी के खास अधिकारी रहे राजीव कुमार की हिरासत मांगी है सीबीआई ने,शारदा चिटफंड घोटाले में।

(VIRAL VIDEO)
शारदा चिटफंड घोटाला मामले में सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट से कोलकाता के पूर्व पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार की गिरफ्तारी और हिरासत में लेकर पूछताछ की मांग की है। सीबीआई का कहना है कि राजीव कुमार जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं। कोलकाता हाईकोर्ट ने पिछले साल एक अक्टूबर को उन्हें जमानत दी थी।

हाईकोर्ट से राजीव कुमार को अग्रिम जमानत मिलने के 14 महीने बाद सीबीआई ने अर्जी दाखिल कर जमानत रद्द करने और हिरासत में लेकर पूछताछ की इजाजत मांगी है।

शनिवार शाम को सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका में सीबीआई ने कहा कि हाईकोर्ट ने जमानत देते हुए यह साफ किया था कि राजीव कुमार जांच में सहयोग करेंगे। वह जांच के संबंध में सबूतों के गायब होने के बारे में जानते हैं इसलिए उनकी गिरफ्तारी और कस्टडी में लेकर पूछताछ जरूरी है।

आईपीएस अधिकारी कुमार बंगाल सरकार द्वारा इस मामले की जांच के लिये गठित विशेष जांच दल का हिस्सा थे। उच्चतम न्यायालय ने 2014 में चिट फंड से जुड़े दूसरे मामलों के साथ ही इस मामले की जांच भी सीबीआई को सौंप दी थी। यह घोटाला वर्ष 2013 में तब उजागर हुआ था जब कुमार बिधाननगर के पुलिस आयुक्त थे। सीबीआई ने उच्चतम न्यायालय के आदेश पर कुमार से शिलांग में मामले के सिलसिले में पांच दिन तक पूछताछ की थी।

शारदा घोटाला:

शारदा चिटफंड घोटाला पश्चिम बंगाल के एक बड़ा आर्थिक घोटाला है, जिसमें कई राजनीतिक पार्टियों के नेताओं का हाथ होने का आरोप है. दरअसल पश्चिम बंगाल की चिटफंड कंपनी शारदा ग्रुप ने आम लोगों के ठगने के लिए कई लुभावन ऑफर दिए थे. इस कंपनी की ओर से 34 गुना रकम करने का वादा किया गया था और लोगों से पैसे ठग लिए.

बताया जाता है कि इस घोटाले में करीब 40 हजार करोड़ रुपये का हेर-फेर हुआ है. साल 2014 में सुप्रीम कोर्ट ने भी सीबीआई को जांच का आदेश दिया था. साथ ही पश्चिम बंगाल, ओडिशा और असम पुलिस को आदेश दिया था कि वे सीबीआई के साथ जांच में सहयोग करें.

इस कंपनी की स्थापना जुलाई 2008 में की गई थी. हालांकि देखते ही देखते ये कंपनी हजारों करोड़ की मालिक बन गई. आरोप लगाया जाता है कि इस कंपनी के मालिक सुदिप्तो सेन ने ‘सियासी प्रतिष्ठा और ताक़त’ हासिल करने के लिए मीडिया में खूब पैसे लगाए और हर पार्टी के नेताओं से जान पहचान बढ़ाई.

राजीव कुमार का क्या है रोल?

बता दें कि शारदा चिटफंड घोटाले में कोलकाता के पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार सीबीआई जांच के घेरे में हैं. दरअसल राजीव कुमार ने ही चिटफंड घोटालों की जांच करने वाली एसआईटी टीम की अगुवाई की थी. साथ ही कहा गया था कि इस जांच के दौरान घोटाला हुआ था. इस कमेटी की स्थापना साल 2013 में की गई थी. सूत्रों के मुताबिक घोटाले की जांच से जुड़ी कुछ अहम फाइल और दस्तावेज गायब हैं. वहीं सीबीआई गुम फाइलों और दस्तावेजों को लेकर पुलिस कमिश्नर से पूछताछ करना चाहती है.

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