Bhopal Rape case: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की राजधानी भोपाल (BHopal) के निजी कॉलेज की छात्राओं के साथ रेप, गैंगरेप (Gangrape) , ब्लैकमेलिंग (Blackmaling) और धर्म परिवर्तन (Conservion) के लिए दबाव बनाने के मामले में मध्य प्रदेश हाईकोर्ट (Madhya Pradesh Highcourt) में एक रिट याचिका दायर की गई है.
इस याचिका में कथित तौर पर भोपाल रेप और ब्लैकमेलिंग मामले की साम्प्रदायिक रूप से भड़काऊ कवरजे करने का आरोप लगाया गया है. इसमें प्रदेश के दो बड़े समाचार पत्रों के नाम हैं. भोपाल के एक मुस्लिम निवासी ने यह याचिका लगाई है और दोनों समाचार पत्र के सम्पादकों पर कार्रवाई की मांग की है.
हिन्दू लड़कियों से बलात्कार सवाब का काम है: मोहम्मद फरहान मुसलमान ,
कार्यवाही की स्थिति ऐसी की सब ठंडा,
64 से ज्यादा हिन्दू लड़कियों बलात्कार का शिकार लेकिन सुपर बाप कुछ नही होने दे रहा
मध्य प्रदेश में हिंदू लड़कियों को प्रेम जाल में फंसाकर दुष्कर्म और ब्लैकमेल करने के मामले में नए खुलासे सामने आए हैं। भोपाल में मुख्य आरोपी फरहान के फोन से 64 लड़कियों के आपत्तिजनक वीडियो मिले हैं। आरोप है कि लड़कियों को इस्लाम की शिक्षा दी जाती थी। फरहान की बहन भी लड़कियों को फंसाने में मदद करती थी। पीड़ितों ने पुलिस से शिकायत की है।
हिंदू लड़कियों को इस्लाम की शिक्षा भी दे रहे थे आरोपित
मध्य प्रदेश के भोपाल, इंदौर, उज्जैन सहित प्रदेश के विभिन्न शहरों में हिंदू लड़कियों के साथ दुष्कर्म और ब्लैकमेल की कई घटनाएं हाल ही में एक साथ सामने आई हैं। सभी घटनाओं में एक बात यह भी पता चली है कि आरोपित हिंदू लड़कियों को फंसाने के बाद उन्हें इस्लाम की शिक्षा दे रहे थे।
भोपाल में दुष्कर्म और ब्लैकमेलिंग कांड के मुख्य आरोपित फरहान के ही मोबाइल में पुलिस को 64 लड़कियों के आपत्तिजनक वीडियो मिले हैं। इनमें से 58 टीआईटी कॉलेज में पढ़ चुकी हैं। सभी आरोपित लड़कियों में सनातन परंपरा के विरुद्ध जहर भरते और फिर समझाते कि हमारी दुआ में बहुत ताकत होती है। मैं आपके लिए दुआ करूंगा।
संगठित अपराध कई वर्षों से चल रहा था
उनका ब्रेन वाश कर उन्हें समझाते थे कि कलमा क्या होता है। रोजे क्यों रखे जाते हैं। हमारे इस्लाम में पद्धति कठिन जरूर है, लेकिन दुआ जल्दी स्वीकार होती है। पीड़ित लड़कियों के बयान और बरामद साक्ष्यों से ऐसे कई तथ्य मिले हैं, जिससे पता चलता है कि फरहान और उसके साथियों का यह संगठित अपराध कई वर्षों से चल रहा था।
फरहान की बहन करती थी मदद
हिंदू लड़कियों को फसाने में फरहान की बहन फरहान और अन्य आरोपियों की मदद किया करती थी। पीड़ित लड़कियों ने बताया कि जब वे फरहान से दूर जाने का प्रयास करती थी, तब उसकी बहन जोया उन्हें फोन किया करती थी कि फरहान भाई बेहद अपसेट हैं, आप उनसे बात क्यों नहीं कर रही हो। भाई आपको बहुत मानते हैं, आप उनसे बात कर लो और मुलाकात कर लो।
एक पीड़ित ने जब फरहान की बहन को दुष्कर्म और ब्लैकमेल करने की शिकायत की और बोली आप उनके मोबाइल से वीडियो डिलीट कर दो, फरहान बार-बार सोशल मीडिया में हमारे वीडियो वायरल करने की धमकी देता है, तो फरहान की बहन ने डराया कि ज्यादा तेज चली तो भाई तो बाद में करेगा, मैं तेरे वीडियो पहले ही वायरल कर दूंगी।
दुर्भाग्य यह है कि इन तथ्यों के सामने आने के बाद भी भोपाल पुलिस ने आरोपितों की मदद करने वाली उनकी बहन व अन्य परिजनों को आरोपित नहीं बनाया।
माता के जगराते में शामिल होते थे फरहान व अन्य आरोपित
हिंदू लड़कियों को फसाने और उनका भरोसा जीतने के लिए ये आरोपित माता के जगराते में भी शामिल होते थे और कहते कि आज से मैं भी वर्मा हो गया। जिन दो बहनों की शिकायत आई है, उसके परिवार ने इनको पूजा-पाठ के कार्यक्रम में लाने के लिए मना भी किया था लेकिन नाबालिक बहन पर उनका इतना प्रभाव था कि वह माता-पिता का ही विरोध करने लगी।
जम्मू कश्मीर और बंगाल के सर्वाधिक छात्र
भोपाल स्थित टीआईटी कॉलेज में जिन हिंदू छात्राओं को लव जिहाद का शिकार बनाया गया, उस कालेज में जम्मू कश्मीर और बंगाल के छात्र अधिक संख्या में प्रवेश पाते हैं। इनमें भी अधिकांश मुस्लिम वर्ग से आते हैं। यही वजह है कि कालेज प्रबंधन ने आरोपितों को बेजा संरक्षण दिया हुआ था। इस गिरोह में कई फेकेल्टीज के भी शामिल होने की बात पीड़ितों ने बताई है।
कानून व्यवस्था पर सवाल
भोपाल के बाद उज्जैन, देवास और अब इंदौर में भी बड़ी संख्या में हिंदू लड़कियां दुष्कर्म और लव जिहाद की शिकार हुई हैं। अब सवाल यह उठ रहा है कि जब प्रदेश में बेखौफ होकर आरोपित यह दुष्चक्र चला रहे थे, तब पुलिस क्या कर रही थी। पुलिस के सूचनातंत्र पर प्रश्नचिन्ह है। जिस प्रदेश में सनातन सरकार है, वहां कानून व्यवस्था की हालत इतनी कमजोर हो तो समूची सरकार पर सवालिया निशान उठते हैं।