दलित लड़की से छेड़छाड़, विरोध करने वाले भाई के सिर में मारी गोली: मस्जिद के पास से नूरजहाँ गिरफ्तार; अशफाक, इकबाल, सलामत, रुस्तम भी धराए
उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में एक दलित युवक की हत्या कर दी गई है। मृतक का नाम विकास है। हत्या का आरोप अशफाक, इकबाल, सलामत, रुस्तम और नूरजहाँ पर लगा है। गुरुवार (6 जून 2024) को विकास की लाश गाँव के पास एक पुल के नीचे पड़ी मिली। उनके सिर में गोली मारी गई थी। एक दिन पहले 5 जून को अशफाक, इक़बाल और सलामत ने विकास की बहन से छेड़खानी की थी। तब विकास ने इसका विरोध किया था। पुलिस ने अशफाक, इक़बाल, सलामत और नूरजहाँ को गिरफ्तार कर लिया है। रुस्तम की तलाश में दबिश दी जा रही है।
यह घटना प्रतापगढ़ जिले के थानाक्षेत्र अंतू की है। यहाँ दलित समुदाय से आने वाले कमलेश कुमार ने 6 जून (गुरुवार) को पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है। शिकायत में उन्होंने बताया कि 5 जून को उनकी बेटी शौच के लिए निकली थी। इसी दौरान अशफाक, इक़बाल और सलामत ने लड़की को रोका और उसके साथ छेड़खानी करने लगे। लड़की ने विरोध किया तो तीनों आरोपित पीड़िता को जातिसूचक गालियाँ देने लगे। तभी वहाँ लड़की का भाई विकास पहुँच गया। विकास ने भी अपनी बहन के साथ छेड़छाड़ का विरोध किया तो अशफाक, इक़बाल और सलामत ने उसे भी मार डालने की धमकी दी।
शिकायतकर्ता के मुताबिक उसी दिन से उनका बेटा विकास लापता हो गया था। घर वालों ने काफी खोजबीन की पर कुछ पता नहीं चल पाया। अगले दिन गाँव वालों के माध्यम से कमलेश को बाईपास के पास पुल के नीचे एक लाश पड़ी होने का पता चला। कमलेश ने वहाँ जाकर देखा तो शव विकास का था। विकास के सिर में गोली मारी गई थी। विकास के पिता ने आरोप लगाया कि उनके बेटे की हत्या अशफाक, इक़बाल, सलामत और रुस्तम ने मिल कर की है। पुलिस ने केस दर्ज कर के जाँच शुरू कर दी।
इन सभी आरोपितों पर IPC की धारा 302, 201, 34, 354 (क) और 506 के साथ SC/ST एक्ट के विभिन्न सेक्शनों में कार्रवाई की गई है। पुलिस ने दबिश देकर अशफाक, इकबाल और सलामत को गिरफ्तार कर लिया। जाँच के दौरान 22 वर्षीया नूरजहाँ नाम भी नाम प्रकाश में आया। नूरजहाँ मुख्य आरोपित अशफाक की बहन है।
इस केस का दूसरा पहलू यह है कि 5 जून 2024 को नूरजहां की बहन अफ़साना ने विकास के खिलाफ अपनी बहन से छेड़खानी और मना करने पर गोली मारने की FIR दर्ज करवाई थी। आरोप था कि गोली नूरजहां को छू कर निकल गई थी। अब विकास हत्याकांड की जाँच कर रही पुलिस को नूरजहाँ की भी संलिप्तता दिखी। इसके बाद नूरजहाँ की गिरफ्तारी अंतू इलाके की सेतापुर मस्जिद के पास से की गई।
ऑपइंडिया के पास शिकायत कॉपी मौजूद है। इस केस में फरार चल रहे 5वें आरोपित रुस्तम की तलाश में पुलिस लगातार दबिश दे रही है। रानीगंज और मान्धाता इलाके में उसके रिश्तेदारों के घरों को खंगाला गया, पर अभी तक वह पकड़ से बाहर है।
गाँव में कम फिर भी मुस्लिमों का दबदबा
ऑपइंडिया ने मृतक विकास के पिता कमलेश से बात की। कमलेश ने हमें बताया कि उनके गाँव में मुस्लिम आबादी कम है लेकिन फिर भी दबदबा उन लोगों का ही है। गाँव में लगभग 150 घर हैं, जिसमें से मुस्लिम परिवार की तादाद महज आधे दर्जन के ही आसपास है। दावा किया गया कि पूरा गाँव आरोपितों की हरकतों से परेशान हैं। आरोपितों का मूल काम उन्होंने ड्राइवरी करके जीवन यापन बताया। मृतक के परिजनों का भी मानना है कि नूरजहाँ ही पूरी घटना की कर्ताधर्ता है। उन्होंने खुद को UP पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट भी बताया।
रुस्तम पुराना क्रिमिनल
मृतक के पिता दिव्यांग हैं। उनके पैरों में समस्या है, जिसकी वजह से वो ठीक से चल नहीं पाते। विकास की उम्र लगभग 24 वर्ष थी। वह फ़िलहाल कम्प्यूटर कोर्स करके नौकरी की तलाश में थे। विकास के चाचा ने आरोपितों में फरार चल रहे रुस्तम को सबसे बड़ा अपराधी बताया। उन्होंने दावा किया कि रुस्तम इससे पहले भी आपराधिक मामलों में जेल काट चुका है। हमें यह भी बताया गया कि गाँव में मुस्लिमों को बाहर से सपोर्ट मिलता है।