खाटू श्याम यात्रा पर हमला, पोस्टर फाड़े, बस ड्राइवर को पीटा… राजस्थान में रशीद और साजिद की गुंडागर्दी, MLA शाफिया और ‘मेवात विकास बोर्ड’ के अध्यक्ष ज़ुबैर खान के खिलाफ नारेबाजी
हाल ही में हरियाणा के नूँह में न सिर्फ ‘विश्व हिन्दू परिषद (VHP)’ की यात्रा पर हमला किया गया, बल्कि नल्हड स्थित प्राचीन मंदिर को निशाना बना का गोलीबारी की गई और सैकड़ों श्रद्धालु फँसे रहे। अब राजस्थान के अलवर से ऐसी ही घटना सामने आई है। यहाँ खाटू श्याम की यात्रा पर हमला करने का आरोप मुस्लिमों पर लगा है। घटना रामगढ़ इलाके की है। मुस्लिम भीड़ द्वारा यात्रा को बाधित किए जाने के बाद इलाके में तनाव उत्पन्न हो गया है।
बताया जा रहा है कि न सिर्फ धार्मिक पोस्टरों को फाड़ कर पैरों तले कुचला गया, बल्कि विरोध करने पर बस ड्राइवर की भी पिटाई की गई। इससे यात्रा में शामिल हिन्दुओं और हिन्दू संगठन के कार्यकर्ता आक्रोशित हो गए। थाने का घेराव कर के नारेबाजी की गई और उपद्रवियों पर सख्त कार्रवाई की माँग की गई। रामगढ़ कस्बे में हर आएल ये यात्रा होती आई है। छोटी बावड़ी से खाटू रींगस तक इस साल भी यात्रा शुरू हुई। DJ पर बाबा का भजन बजाया जा रहा था और पीछे-पीछे भक्तों की टोली चल रही थी।
अचानक बाइक से 2 लोग आए और उन्होंने यात्रा रोक दी। यात्रा में शामिल बस के आगे बाइक खड़ी कर के रास्ता बाधित कर दिया गया। बस चालक को पीटा गया। पोस्टरों को पाँव तले कुचल डाला गया।पुलिस ने इस मामले में 2 आरोपितों को गिरफ्तार किया है। कस्बे में इस घटना की सूचना मिलते ही ‘श्याम सखा मंडल’ और हिन्दू संगठनों के लोग वहाँ पहुँच गए। रामगढ के विधायक सफिया खान और ‘मेवात विकास बोर्ड’ के अध्यक्ष ज़ुबैर खान के खिलाफ आक्रोशित भीड़ ने नारेबाजी की।
पुलिस ने धार्मिक भावनाओं को भड़काने और मारपीट का मामला दर्ज कर लिया है। स्थानीय भाजपा नेता देवेंद्र दत्त ने कहा कि खाटू श्याम बाबा की यात्रा को खंडित किया जाना बर्दाश्त के लायक नहीं है। उन्होंने चेताया कि नूँह की अशांति यहाँ भी आ सकती है, अगर कार्रवाई न की गई तो। इस मामले में हारून के बेटे रशीद और अयूब के बेटे साजिद ने इस घटना को अंजाम दिया, जो अब पुलिस के शिकंजे में हैं। घटना में इस्तेमाल की गई बाइक जब्त कर ली गई है। आरोपित पिपरोली के रहने वाले हैं।
झारखंड विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने इस पर टिप्पणी करते हुए कहा, “अलवर में खाटू श्याम जा रही पदयात्रा की बस पर हमले की घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण एवं शर्मनाक है। शांतिप्रिय राजस्थान में उपद्रवियों को कानून व्यवस्था का कोई भय नहीं है। कॉन्ग्रेस सरकार के संरक्षण में जानबूझकर प्रदेश में अराजकता का वातावरण पैदा किया जा रहा है। राज्य में धार्मिक आस्थाओं पर हमले की यह पहली घटना नहीं है। चूरू के सुजानगढ़ में प्रसिद्ध सालासर धाम में राम दरबार को तोड़ा गया, करौली में हिन्दू नववर्ष पर जुलूस पर हमला हुआ, जोधपुर में स्वतंत्रता सेनानी बालमुकुंद बिस्सा की मूर्ति तोड़ने पर दंगे हुए और राजगढ़, अलवर में 300 साल पुराने मंदिर को तोड़ा गया। मेरी सरकार से माँग है कि आरोपितों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।”