- छह माह से लाइब्रेरियन का कार्य देख रह था कार्यालय वरिष्ठ सहायक
- छात्राओं की शिकायत के बाद शिक्षा विभाग में मची खलबली
छात्राओं ने डीएम से की शिकायत
छात्राओं का आरोप है कि वह अक्सर मुस्लिम धर्म के बारे में बात करता है। मुस्लिम लड़कों से दोस्ती करने के लिए प्रेरित करता है। बाहरी मुस्लिम युवाओं का लाइब्रेरी में आना-जाना रहता है। उनसे दोस्ती करने वाली छात्राओं को बातचीत करने के लिए बैठने का पूरा मौका देता है। परेशान होकर कुछ छात्राओं ने डीएम से लिखित शिकायत की।
संयुक्त शिक्षा निदेशक मनोज कुमार द्विवेदी ने बताया कि डीएम के आदेश पर आसिफ अली को लाइब्रेरी से हटाकर मूल पद पर भेज दिया है। दो सदस्यीय जांच कमेटी बनाई गई है। इसमें एक प्रवक्ता और एक शिक्षा विभाग के प्रशासनिक अधिकारी हैं। जांच में छात्र-छात्राओं से भी बात की जाएगी।
शुरू हुई जांच
कार्यालय में मिला था असलहा
आसिफ हसन पहले भी विवादों में रहे हैं। 13-14 साल पहले बेसिक शिक्षा विभाग के कार्यालय में उनके कमरे में असलहा मिलने की सूचना पर तत्कालीन जिलाधिकारी ने छापा मारा था। छापे के सूचना पर यह वहां से भाग निकला था।