मुन्नवर राणा दो कारणों से प्रसिद्ध है पहला सोनिया गांधी की चापलूसी में लिखी कविता दूसरा अम्मी के नाम पर मध्यप्रदेश के कवि की चुराई कविता,अब मुन्नवर ने खुद को अरबी बताना शुरू कर दिया है।
पिछले दिनों फ्रांस में हुए आतंकी हमले को जायज ठहराने वाले मुनव्वर राणा के ख़िलाफ़ यूपी पुलिस ने शिकायत दर्ज की है। हाल में उन्होंने अपने बयान के जरिए पेरिस में शिक्षक का गला रेतने वाले आतंकी का बचाव किया था। उन्होंने कहा था कि अगर उस लड़के की जगह वह होते तो वह भी यही करते।
विवादित शायर मुनव्वर राणा के इस बयान को लेकर काफी बवाल हुआ। इस पूरे विवादित घटनाक्रम को लेकर नवभारत टाइम्स के हिमांशु तिवारी ने मुनव्वर राना से खास बातचीत की। इस दौरान मुनव्वर राणा ने कहा कि यह हिजड़ों की हुकूमत (हिजड़ों की सरकार) है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगर सरकार उन्हें कहीं भेजना चाहती है तो अरब भेज दे, जहाँ से वो आए हैं।
वहीं, हजरतगंज थाने में दर्ज केस के बारे में पूछे जाने पर उनका कहना था कि अगर उनके बयान में दोष होता तो कोई कायदे का व्यक्ति का एफआईआर दर्ज करता। उन्होंने एफआईआर दर्ज करने वाले दरोगा को नकल करके हाई स्कूल पास किया हुआ बताया।
उन्होंने आगे केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, “मजहब की आग बहुत तेज होती है इसमें हाथ नहीं डालना चाहिए। हिंदुस्तान में गाय के नाम पर इतने लोग मारे गए हैं कितने लोगों को फाँसी दे दी आपने। आपके केंद्र का वजीर कातिलों को हार पहना रहा है। मेरा बयान विवादित दिखाई दे रहा है।”
फ्रांस मुद्दे पर असदुद्दीन ओवैसी के बयान को लेकर जब उनसे सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, “असदुद्दीन एक दुकान हैं जो मुसलमानों को बेचते हैं। मैंने यह काम नहीं किया। मैंने अपना धर्म नहीं बेचा है।” यह पूछे जाने पर कि क्या वो मानते हैं कि उनके बयान में हेरफेर हुई है, उनसे गलती हुई है, उनका कहना था कि हो सकता है कि उनसे कोई गलती हुई हो। वो खुदाई किताब नहीं हैं। वो गीता या कुरान नहीं हैं। उसके लिए यह बोलना कि वो आतंकी हैं, यह पूरी तरह गलत है।
बता दें कि इससे पहले मुनव्वर राणा ने जी न्यूज से बात करते हुए कहा था, “अगर अभी कोई शख्स मेरे बाप का कार्टून कोई ऐसा बना दे कोई गंदा कार्टून, मेरी माँ का कोई ऐसा गंदा कार्टून बना दे, तो हम तो उसको मार देंगे। अगर कोई हमारे हिंदुस्तान में हमारे देवी-देवता का, माँ सीता का या भगवान राम का ऐसा कोई कार्टून बना दे जो गंदा हो, आपत्तिजनक हो, तो हम उसको मार देंगे।”
उन्होंने आगे कहा था, “हिंदुस्तान में हजारों सालों से ऑनर किलिंग को जायज मान लिया जाता है, कोई सजा नहीं होती है। तो फिर आप उसको नाजायज कैसे कह सकते हैं।”
बता दें कि पिछले दिनों पेरिस में एक शिक्षक ने अपनी कक्षा में छात्रों के सामने पैगंबर मोहम्मद के विवादित कैरिकेचर को दिखा दिया था। इसके बाद एक कट्टरपंथी छात्र ने उन्हें दिनदहाड़े बेरहमी से मार डाला। हालाँकि बाद में उस मुस्लिम छात्र को भी एनकाउंटर में मार डाला गया। लेकिन, इस घटना के बाद फ्रांस और इस्लामी देशों व मजहबी कट्टरपंथियों के बीच नया विवाद छिड़ गया। इसी विवाद के बीच मुनव्वर राणा ने भी अपना बयान दिया था।