वाराणसी में सोमवार सुबह पुलिस और बदमाशों में मुठभेड़ हो गई। मुठभेड़ भेलखा गांव के पास रिंग रोड पर हुई। वाराणसी में एनकाउंटर में 2 सगे भाई ढेर हो गए। दोनों के सीने में गोली लगी। तीसरा भाई भाग गया। तीनों ने 13 दिन पहले दरोगा को गोली मारी थी। आमने-सामने से तकरीबन 15 राउंड से ज्यादा फायरिंग हुई।
पुलिस के अनुसार तीनों हाल ही में पटना की बाढ़ जिला अदालत के शौचालय की दीवार तोड़कर फरार हो गए थे। बिहार पुलिस उनकी तलाश कर रही थी।
बदमाशों की गोली से क्राइम ब्रांच का एक सिपाही भी घायल हुआ है। दोनों के पास से दरोगा की सरकारी पिस्टल, 32 बोर की देसी पिस्टल, एक बाइक, मोबाइल और कुछ डॉक्यूमेंट बरामद हुए हैं।
तीनों भाई शातिर हत्यारे और लुटेरे हैं
पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने बताया, “बिहार पुलिस से मिली सूचना के अनुसार मुठभेड़ में मारे गए बदमाशों की शिनाख्त समस्तीपुर जिले के मोहद्दीनगर थाना के गोलवा निवासी सगे भाई रजनीश उर्फ बऊआ सिंह और मनीष सिंह के तौर पर हुई है।
पुलिस टीम को चकमा देकर भाग निकला बदमाश उनका भाई लल्लन सिंह है। तीनों भाई शातिर हत्यारे और लुटेरे हैं। तीनों की डीटेल्ड क्रिमिनल हिस्ट्री बिहार पुलिस से मांगी गई है।”
“दरोगा अजय यादव को गोली मारकर पिस्टल लूटकर फरार हो गए थे”
पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश ने बताया, “दरोगा अजय यादव को गोली मारकर पिस्टल लूटकर फरार हो गए थे। पुलिस बदमाशों की तलाश में जुटी थी।
आज सुबह सर्विलांस की मदद से पता लगा 3 बदमाश भेलखा गांव के पास रिंग रोड से गुजर रहे हैं। क्राइम ब्रांच और बड़ागांव थाने की पुलिस टीम ने घेराबंदी कर तीनों बदमाशों को रोकने का प्रयास किया तो उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी।”
“सिपाही शिव बाबू भी घायल”
“पुलिस की जवाबी कार्रवाई में दो बदमाश गंभीर रूप से घायल हुए। बदमाशों की गोली से क्राइम ब्रांच के सिपाही शिव बाबू भी घायल हुए हैं। पुलिस सभी को अस्पताल लेकर गई। अस्पताल में दोनों बदमाशों को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। घटनास्थल से भाग निकले एक बदमाश की तलाश के लिए पुलिस की 3 टीमें लगाई गई हैं।”
8 नवंबर की शाम मारी थी दरोगा को गोली
लक्सा थाने में तैनात 2015 बैच के दरोगा अजय यादव मूल रूप से प्रतापगढ़ जिले के भीखमपुर गांव के रहने वाले हैं। उन्होंने रोहनिया थाना के जगतपुर क्षेत्र में प्लाट खरीदा है। अब वहीं मकान बनवा रहे हैं। बीती 8 नवंबर की शाम वर्दी पहने हुए अजय अपनी बुलेट से अपने प्लॉट पर जा रहे थे।
जगतपुर नहर क्षेत्र के पास मास्क लगाए हुए तीन बदमाशों ने उन्हें घेर कर रोक लिया। कहासुनी और गाली गलौज के साथ ही तीनों बदमाश अजय के साथ हाथापाई करने लगे। दो बदमाशों को अजय ने दबोच लिया था। उसी दौरान तीसरे ने उनकी कमर से पिस्टल निकाल कर उनके सीने में दाईं ओर गोली मार दी थी।
सरकारी पिस्टल और कारतूस लूटे थे
गोली मारने के साथ ही बदमाश अजय की सरकारी पिस्टल, 10 कारतूस, पर्स और मोबाइल छीन ले गए थे। इसके बाद असलहा लहराते हुए भाग निकले। अस्पताल में ऑपरेशन कर गोली निकाली गई थी और अब वह स्वस्थ हैं। घटना के खुलासे के लिए पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने इंस्पेक्टर उपेंद्र सिंह यादव के नेतृत्व में 10 तेज तर्रार दरोगा की SIT गठित की थी।