उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले मे एक दलित युवक की हत्या कर दी गई है। मृतक का नाम रवि गौतम है। सोमवार (19 मई 2025) को रवि की लाश एक पेड़ से लटकी मिली थी। शनिवार (24 मई) को पुलिस ने इस मामले मे मोहम्मद अरशद और मोहम्मद साबिर को गिरफ्तार किया है। कत्ल की वजह मृतक द्वारा आरोपितों के पेड़ से आम तोड़ना बताया जा रहा है। हत्या को आत्महत्या का रूप भी देने की कोशिश हुई थी।
यह मामला सीतापुर जिले के थानाक्षेत्र थानगाँव का है। सोमवार (19 मई) को यहाँ के गाँव जबरपुरवा मजरा निवासी संजय गौतम ने थाने मे शिकायत दर्ज करवाई थी। शिकायत मे उन्होंने बताया कि सोमवार की दोपहर 2 बजे उनका भतीजा रवि गौतम कुछ सामान लेने के लिए कहीं बाहर निकला था। काफी देर तक वो घर नहीं लौटा तो परिजनों को चिंता हुई। उन्होंने रवि की खोजबीन शुरू कर दी। तभी किसी ने संजय को बताया कि उनके भतीजे की लाश गाँव मे ही सलीम के खेत के पास नीम के पेड़ पर लटकी है।
संजय अन्य परिजनों के साथ घटना स्थल पर पहुँचे। वहाँ काफी भीड़ जुटी थी। किसी द्वारा दी गई सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुँच चुकी थी। लाश को पेड़ से नीचे उतारा गया जिसको प्रशासन ने अपने कब्जे मे ले लिया। संजय ने आशंका जताई कि गाँव के ही अमजद अली के बेटे छैलू ने उनके भतीजे रवि को मार डाला है। आरोपित पर कड़ी कार्रवाई की माँग की गई। इस शिकायत पर पुलिस ने तत्काल मुकदमा दर्ज कर के जाँच शुरू कर दी।
यह केस भारतीय न्याय संहिता की धारा 103 (1) और एससी/एसटी एक्ट के तहत दर्ज हुआ था। जाँच के दौरान पुलिस को हत्याकांड से जुड़े कुछ सबूत हाथ लगे। पुलिस को 2 अन्य अभियुक्तों के नाम पता चले। इनके नाम मोहम्मद अरशद और मोहम्मद साबिर हैं । ये दोनों मृतक के ही गाँव के रहने वाले हैं। शनिवार (24 मई) को पुलिस ने इन दोनों को सीतापुर के ही एक अन्य स्थान से तब गिरफ्तार किया जब ये कहीं फरार होने की फिराक मे थे ।
पुलिस ने साबिर और अरशद से पूछताछ की। शुरू मे तो इन्होंने मामले को घुमाने की कोशिश की पर कुछ ही देर मे दोनों ने सच कबूल ही लिया। साबिर ने बताया कि 19 मई वो वो आम के बाग की रखवाली कर रहा था। इसी दौरान वहाँ रवि गौतम पहुँचा। वह बाग से आम तोड़ने लगा। इस से भड़क कर साबिर ने रवि को जोर से डंडा मारा। डंडे के वार से रवि जमीन मे गिर कर छटपटाने लगा।
साबिर को पीड़ा से कराहते रवि पर तरस नहीं आया। उसने अपना पैर रवि की गर्दन पर जोर से दे मारा। इस बार के वार से रवि के प्राण मौके पर ही पखेरू उड़ गए। रवि की हत्या के बाद साबिर ने उसकी लाश ठिकाने लगाने की सोची। उसने बाइक से अपने साथी अरशद को बुलवाया। अरशद और साबिर ने लाश को बाइक पर लादा और कुछ ही दूरी पर नीम के पेड़ पर ले गए। यहाँ उन्होंने रस्सी से शव को लटका दिया जिस से लोगों को यह आत्महत्या लगे।
पुलिस ने रवि के कत्ल मे प्रयोग हुआ डंडा और रस्सी आदि बरामद कर ली है। केस मे भारतीय न्याय संहिता की धारा 238(a) की बढ़ोत्तरी की गई है। सुदर्शन न्यूज के पास शिकायत कॉपी मौजूद है। अरशद और साबिर को गिरफ्तार कर के जेल भेज दिया गया है। फिलहाल इस पूरे मामले मे अभी तक किसी तथाकथित दलित हित चिंतक का कोई भी बयान सामने नहीं आया है। मामले मे जाँच व अन्य जरूरी कानूनी कार्रवाई जारी है।