Supoul: त्रिवेणीगंज थाना क्षेत्र में दो बेटियों के जन्म पर एक महिला को उसके शौहर ने छोड़ दिया. जब बीवी ने अपने हक की लड़ाई को लेकर थाना- पुलिस का सहारा लिया तो शौहर ने मुकदमे से बचने के लिए अपनी बीवी का अपहरण कर उसे एक ऑर्केस्ट्रा में बेच दिया. करीब 4 महीने के बाद किसी तरह वहां से भाग कर पीड़िता ने अपनी जान बचाई.
मामले की जानकारी देते हुए त्रिवेणीगंज थाना क्षेत्र के लतौना वार्ड 6 निवासी पीड़िता रोजी प्रवीण ने बताया कि वर्ष 2013 में उसकी शादी मधेपुरा जिला के शंकरपुर इकरहा निवासी मंजूर आलम के पुत्र मो शहनवाज उर्फ मुन्ना के साथ हुई थी. जिससे उसकी दो बेटी हुई है. बेटी होने के कारण एक वर्ष पहले उसके पति ने उसे छोड़ दिया और दूसरी शादी कर ली. जिसको लेकर वो कोर्ट में मामला दर्ज करवा कर उससे गुजारा भत्ता की मांग कर रही थी.
पीड़िता ने बताया कि कोर्ट की अंतिम सुनवाई के पहले दो अप्रैल को उसकी पड़ोसी सलीमा खातून ने बाजार से सामान खरीदने की बात कह कर मुझे त्रिवेणीगंज बाजार स्थित एक होटल पर ले गई. जहां पर मेरे पति एवं सलीमा खातून के पति मो. राजू पहले से मौजूद थे. वहां से मुझे बस से सारण ले जाया गया. जहां मुझे मालूम चला कि सलीमा खातून व उसके पति मिलकर ऑर्केस्ट्रा चलाते हैं. जिसमें बाहर से लड़की लाकर नचवाते हैं. पीड़िता ने बताया कि दोनों मिलकर मुझे जबरदस्ती आर्केस्ट्रा में नचवाते थे और रात में गलत काम भी करवाते थे.
तीन अगस्त को दोनों घर पर नहीं थे. मौका देखकर मैं वहां से भाग निकली. और किसी तरह अपने घर पहुंचकर अपने परिवार को मामले की जानकारी दी. बेटी की फरियाद सुनने के बाद परिवार वाले को आंसूओं की पहाड़ टूटने लगे.
वहीं मामले को लेकर त्रिवेणीगंज थाना द्वारा लड़की का बायन दर्ज कर उसे मेडिकल के लिए सदर अस्पताल लाया गया है. मामले को लेकर केस के आईओ एएसआई मदन प्रकाश ने बताया कि पीड़िता के पति द्वारा अपहरण का मामला दर्ज करवाया गया था. मामले में पीड़िता का 161 का बयान दर्ज किया गया है. अनुसंधान जारी है.