किसान आंदोलन एक बार फिर से सवालों के घेरे में आ गया है। बहादुरगढ़ में किसान आंदोलन में शामिल लोगों ने एक व्यक्ति को जिंदा जला दिया। मृतक की पहचान कसार गाँव निवासी मुकेश के रुप में हुई है। आरोप है कि मुकेश ने किसान आंदोलन में शामिल कुछ लोगों के साथ आंदोलन स्थल पर ही शराब पी थी। इसके बाद मुकेश और उन लोगों में कुछ कहासुनी हो गई जिसके बाद इस घटना को अंजाम दिया गया।
मुकेश के ऊपर तेल छिड़क कर आग लगा दी गई थी। गंभीर रूप से झुलसे मुकेश की कुछ घंटों बाद उपचार के दौरान मौत हो गई। आंदोलन में ‘शहीद’ होने का नाम देकर कसार निवासी मुकेश पर तेल छिड़का गया और फिर आग लगाई गई। इससे पहले उसे शराब भी पिलाई गई थी। मृतक के परिवार का सीधे तौर पर आरोप है कि घटना के चारों आरोपित राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के पास टिकरी बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन का हिस्सा हैं।
बलात्कार, छेड़छाड़ और अब एक व्यक्ति को जिंदा जलाए जाने के लिए कड़ी आलोचना के बाद टिकरी सीमा पर हिंसक विरोध प्रदर्शन की अगुवाई करने वाले संगठन ‘किसान एकता मोर्चा’ ने एक अस्पष्ट वीडियो जारी कर दावा किया कि मुकेश ने खुद को आग लगा ली थी। उन्होंने दावा किया कि इसके विपरीत कोई भी आरोप ‘भाजपा का प्रोपेगंडा’ है।
वीडियो में मुकेश जली हुई अवस्था में अँधेरे में बैठे नजर आ रहे हैं। गंभीर रूप से जलाए जाने के दौरान, एक किसान को उनसे पूछताछ करते हुए सुना जाता है कि उन्हें किसने आग लगाई थी। काफी उकसाने के बाद, मुकेश दर्द से कराहते हुए कहते हैं कि उन्होंने खुद को आग लगा ली क्योंकि वह अपने पारिवारिक समस्याओं से थक गए थे।
हालाँकि ‘किसान’ इस वीडियो का इस्तेमाल खुद को आरोपों से मुक्त करने के लिए कर रहे हैं, मगर इसके अलावा एक और वीडियो है, जिसमें जहाँ मुकेश अस्पताल में इलाज के दौरान अपनी मृत्यु से पहले बयान देते हुए दिखाई दे रहे हैं। यह वीडियो ऑपइंडिया द्वारा एक्सेस किया गया। ऑपइंडिया द्वारा एक्सेस किए गए इस वीडियो में, मुकेश को अपने हमलावरों की पहचान करते हुए स्पष्ट रूप से यह कहते हुए सुना जा सकता है कि टिकरी सीमा पर मौजूद किसानों ने उसे आग लगा दी।
इस वीडियो में मुकेश साफ-साफ कह रहे हैं कि टिकरी बॉर्डर पर किसानों ने खासकर सफेद कुर्ते में एक शख्स ने उन्हें आग लगा दी। पुलिस अधिकारी उससे विशेष रूप से पूछता है कि क्या उसने खुद को आग लगाई या उसे आग लगाने वाले किसान थे। इस पर वह साफ कहते हैं कि उन्होंने खुद को आग नहीं लगाई, किसानों ने उन्हें आग लगा दी।
घटना के अनुसार सुबह साढ़े तीन बजे मुकेश को जिंदा जला दिया गया। अगर हम किसान एकता मोर्चा द्वारा डाले गए वीडियो को देखें, तो इसका मतलब है कि आग लगने के ठीक बाद कुछ लोग उससे पूछताछ कर रहे थे। बताया जा रहा है कि ये वही लोग थे, जिन्होंने आग लगाई थी।
(ORIGINAL VIDEO)
REALITY OF BJP PROPAGANDA AGAINST FARMERS
Victim of fire incident at Tikri Border is telling another side of his story. pic.twitter.com/sE5zDDBMFl
— Kisan Ekta Morcha (@Kisanektamorcha) June 17, 2021