इंदौर पुलिस को राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मामले में बड़ी कामयाबी है। यहां अंतरराष्ट्रीय देह व्यपार गैंग का खुलासा करते हुए पुलिस ने गैंग का मुख्य सरगना और साथी को गिरफ्तार कर लिया है। एसपी आशुतोष बागरी के मुताबिक बांग्लादेश से भारत लाकर लड़कियों को देह व्यापार में धकेलने वाले आरोपियों को इंदौर पुलिस ने मुंबई से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। पुलिस पूछताछ में अब तक आरोपी ने हजारों लड़कियों को देह व्यापार में धकेलना कबूला है। पकड़े गए आरोपी की पत्नी बांग्लादेश के एक एनजीओ से जुड़ी हुई है जो कि बांग्लादेशी लड़कियों को भारत सप्लाई करने में आरोपी की मदद करती थी। दरअसल, विजय नगर थाना क्षेत्र में पिछले दिनों देह व्यापार करने वाले आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था, आरोपियों के साथ बांग्लादेशी लड़की भी पुलिस की गिरफ्त में आई थी। पकड़ी गई लड़कियों से पूछताछ में पता चला कि विजय दत्त नाम के एजेंट के माध्यम से वे इंदौर आई हैं। पुलिस ने विजय दत्त के नाम के युवक को ढूंढने के लिए टीम का गठन किया और इंदौर से 10 लोगों की टीम मुंबई के लिए रवाना कर दी।
टीम में मराठी और बांग्लादेशी बोलने वाले पुलिस कर्मियों को भेजा गया था, साथ ही साइबर एक्सपर्ट की टीम भी साथ में थी। पुलिस ने मुंबई में कमरा किराए पर लेकर विजय दत्त की रेकी करना शुरू कर दी। विजय दत्त लगातार सोशल मीडिया के माध्यम से इंदौर पुलिस की गतिविधियों पर नजर बनाए हुए था।
कौन है विजय दत्त
इंदौर एसपी आशुतोष बागरी ने बताया कि आरोपी विजय दत्त का असली नाम मामून है जो कि बांग्लादेश का रहने वाला है। बांग्लादेश में मामून की पत्नी का आधार कार्ड में नाम माया लिखा हुआ है, जबकि माया का असली नाम जोशना है, जो कि बांग्लादेश के एक एनजीओ से जुड़ी हुई है। एनजीओ में आने वाली माया लड़कियों को बहला-फुसलाकर अपने साथ ले जाती थी और उसके बाद उन्हें बिना पासपोर्ट और बिना पेपर के बांग्लादेश बॉर्डर पार कराकर हिंदुस्तान भेज देती थी जहां विजय दत्त उर्फ मामून उन लड़कियों को डरा धमका कर देह व्यापार करवाता था।
अब तक मामून ने हजारों लड़कियों को देह व्यापार में धकेल दिया है। पकड़ा गया आरोपी हर दो से 3 दिन में अपना मोबाइल नंबर बदल दिया करता था। पुलिस के लिए विजय दत्त उर्फ मामू करना एक बड़ी चुनौती था पर पुलिस ने 10 दिन तक मुंबई में रहकर आरोपी को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। पकड़े गए आरोपी के पास से भारतीय पासपोर्ट जप्त किया गया है, साथ ही मोबाइल भी पुलिस ने जप्त किया है, जिसके डाटा की रिकवरी पुलिस करवा कर आगे की कार्रवाई करेगी।
टीम के लिए किया इनाम घोषित
फिलहाल, इंदौर एसपी आशुतोष बागर ने आरोपी को पकड़ने वाली टीम के लिए ₹10000 के इनाम की घोषणा की है। वहीं पुलिस अब आरोपी की पत्नी को पकड़ने के लिए नेशनल एजेंसियों से संपर्क भी करेगी। पुलिस के मुताबिक मामू उर्फ विजय दत्त 20 साल से भारत में रह रहा था और उसने अपना आधार कार्ड और पासपोर्ट भी भारतीय बनवा लिया था।
आरोपी के थे देश में कई कनेक्शन
पकड़े गये आरोपी के भारत के अलग-अलग राज्यों में कई कनेक्शन थे और उन कनेक्शनों के द्वारा एजेंटों को लड़कियां सप्लाई करता था। वहीं इन एजेंटों से मिलने वाले पैसे को विजय दत्त उर्फ मामून बांग्लादेश हवाला के माध्यम से भिजवाने का काम भी करता था। फिलहाल पकड़े गए आरोपी के अकाउंटों की डिटेल भी पुलिस निकालने में जुटी हुई है।
कम उम्र की लड़कियों को देता था दवा
आरोपी लड़कियों को देह व्यापार में धकेलने के लिए नशे का आदि भी बनाता था, इसके अलावा एमडी से लेकर तरह-तरह के ड्रग्स लड़कियों को दिए जाते थे और कम उम्र की लड़कियों को दवाइयां भी देता था, जिससे लड़कियों की उम्र बड़ी लगने लगे। लड़कियों को मुंबई से फ्लाइट के माध्यम से अलग-अलग राज्यों में भेजता था, इसके साथ ही उन लड़कियों को ब्याज पर भी पैसा देने की बात भी सामने आ रही है जिसके तहत पैसों की वसूली लड़कियों से देह व्यापार कराकर करता था।
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