Saturday, December 21, 2024
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300 करोड़ से ज्यादा का डैम बहने वाला है मध्यप्रदेश में,600 करोड़ की सड़क पहले ही धंस चुकी

 

मध्यप्रदेश के धार जिले में कारम नदी (karam river dam ) पर बन रहा डैम फूटने वाला है। उसकी मिट्टी धंस रही है और लीकेज बढ़ता जा रहा है। 304 करोड़ की लागत से बन रहा यह डैम यदि फूट गया तो 11 गांव तबाह हो जाएंगे। इनमें से धार जिले के 7 गांव और 4 गांव खरगोन जिले में है। इधर, शुक्रवार को सुबह सभी गांवों को खाली करा लिया गया है।
मध्य प्रदेश के धार जिले में विकास का प्रतीक कारम डैम फूटने वाला है। उसमें से लगातार पानी लीक हो रहा है। समाचार लिखे जाने तक पानी के रिसाव को रोकने की हर कोशिश नाकाम हो गई थी। इसलिए कलेक्टर ने इमरजेंसी अलार्म घोषित कर दिया है। आसपास के 11 गांव खाली करवा लिए गए हैं। इस डैम को बनाने में पब्लिक से टैक्स के रूप में वसूले गए ₹340 करोड खर्च किए गए थे। समाचार लिखे जाने तक ठेकेदार और इंजीनियर को गिरफ्तार नहीं किया गया है।

मध्य प्रदेश के धार जिले में हजारों लोगों की जान खतरे में आ गई थी। यदि ईश्वर की कृपा नहीं होती तो रक्षाबंधन के दिन भारत की सबसे बड़ी घटना मध्यप्रदेश के धार जिले में होती। जल संसाधन विभाग द्वारा 340 करोड रुपए खर्च करके जो डैम बनवाया गया था। उसके निर्माण में गड़बड़ी सामने आई है। पानी का प्रेशर बढ़ने पर डैम की दीवार लीक हो गई। उसमें से भारी मात्रा में पानी निकल रहा है। समाचार लिखे जाने तक उसे रोकने की सभी कोशिशें नाकाम हो गई थी।

एबी रोड पर ट्रैफिक जाम कर दिया गया है। आसपास के सभी इलाकों को खाली करने के लिए इमरजेंसी घोषित कर दी गई है। एसडीएम, तहसीलदार और पुलिस ग्रामीणों को उनके घरों से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर ले जा रहे हैं। पानी के रिसाव को रोकने का प्रयास लगातार किया जा रहा है। कलेक्टर सहित कई अधिकारी मौके पर मौजूद हैं।

यह सब कुछ इसलिए हो रहा है क्योंकि डैम के निर्माण में भ्रष्टाचार हुआ और जिम्मेदार इंजीनियर ने रिश्वत के बदले ठेकेदार को घटिया निर्माण करने दिया।

 

 

पूर्व में 600 करोड़ की सड़क धंस चुकी है (26july)

Bhopal. भोपाल सहित प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में हो रही लगातार बारिश की वजह से कई घटिया निर्माण जमींदोज हो रहे हैं. भोपाल मंडीदीप से गुजर रहे नेशनल हाई वे 46 पर कलियासोत नदी पर बने पुल की एप्रोच रोड की रिटेनिंग वॉल आज सुबह टूट गई. पुल का 40 मीटर का हिस्सा धंस गया. गनीमत रही कि सुबह होने के काऱण उस वक्त पुल पर ट्रैफिक नहीं था. ये सबसे व्यस्त मार्ग है. अगर ये घटना दिन में हुई होती तो बड़ा हादसा हो सकता था.

 

 

 

 

 

 

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