क्य़ा आपने कभी ये सुना है कि किसी डॉक्टर ने सैकड़ों मरीजों को जानबूझकर मौत की नींद सुला दिया हो सकता है ऐसी इक्का दुक्का खबरें आपने सुनी हों लेकिन आमतौर पर समाज डाक्टरों को लेकर ऐसी धारणा नहीं रखता है। लेकिन आज जो मामला हम आपको बताने जा रहें हैं उसे सुनकर आपके होश उड़ जाएंगे, डाक्टर को भगवान का दर्जा देने की आपकी सोच पर आपको फिर से एक बार सोचना पड़ सकता है।
इस डॉक्टर ने शर्म से झुकाया सिर
क्योंकि हमारे देश में डॉक्टर को भगवान का दर्जा दिया गया है। डॉक्टर कई जिंदगी को बचाता है। लोगों की बीमारी ठीक करता है, लेकिन यदि आप इस डॉक्टर की कहानी सुनेंगे तो आप हैरान हो जाएंगे। शायद आपको गुस्सा भी आए या हो सकता है आपका डॉक्टर से भरोसा उठ जाए। क्योंकि आज जिस डॉक्टर की हम आपको कहानी बताने जा रहे हैं उसने हर किसी का सिर शर्म से झुका दिया है।
पैसा कमाने के लिए गरीबों को लूटा
ये डॉक्टर है उत्तर प्रदेश, इटावा जिले के सैफई मेडिकल कॉलेज के हृदय रोग विभाग में तैनात असिस्टेंट प्रोफेसर डॉक्टर समीर सर्राफ। समीर सर्राफ को पैसा कमाने का इतना शौक लगा कि इन्होनें पैसा कमाने के लिए लोगों की जान की परवाह भी नहीं की। गरीबों को लूटते गए। भले ही समीर दिल के डाक्टर हों लेकिन उनका दिल और दिमाग उतना ही बीमार निकला।
डॉ समीर पर लगे कई गंभीर आरोप
हाल ही में सैफई में इलाज करा चुके एक मरीज ने सैफई मेडिकल कॉलेज के प्रशासन के पास एक शिकायत की। इस शिकायत में समीर सर्राफ के कामकाज को लेकर कई गंभीर आरोप लगाए गए। आरोपों की जांच शुरु हुई। मेडिकल कॉलेज ने एक जांच कमेटी बैठा दी। कमेटी की जांच में जो खुलासा हुआ वो हैरान करने वाला था। हालांकि कमेटी ने फिर से मेडिकल कॉलेज को एक हाई पॉवर कमेटी से जांच कराने के लिए कहा। इसके बाद सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी के प्रशासन ने एक्सपर्ट की राज्य स्तरीय एक बड़ी जांच टीम गठित कर दी। अब तो जो खुलासा हुआ वो पैरों के नीचे से जमीन खिसकाने वाला था।
लोगों को लगा रहे थे नकली पेसमेकर
सैफई मेडिकल कॉलेज में तैनात समीर सर्राफ मेडिकल कॉलेज में आने वाले लोगों को नकली पेसमेकर लगा रहे थे। समीर ये पूरा काम कुछ दवा कंपनियों के साथ मिलीभगत में कर रहे थे। इसके एवज में उन्हे अच्छी रकम मिलती थी। वो जो पेसमेकर लगा रहे थे वो थे भी महंगी कीमत के। मामला पुलिस के पास पहुंचा तो पता चला कि डाक्टर साहब अब तक तकरीबन सात सौ मरीजों को नकली पेसमेकर लगा चुके थे। जिनको जरूरत थी उनको भी और जिनको पेसमेकर की जरूरत नहीं थी उन्हे भी पेसमेकर फिट कर दिया था। लेकिन अभी एक और बड़ा खुलासा होना बाकी था।
ढाई सौ लोगों को सुलाया मौत की नींद
पुलिसिया जांच में पता चला कि डॉक्टर समीर ने जिन सात सौ लोगों को नकली पेसमेकर लगाए उनमें से तकरीबन ढाई सौ मरीजों की मौत हो गई। ये राज पता चलने के बाद पुलिस से लेकर मेडिकल कॉलेज तक सन्न रह गया। पुलिस की जांच में खुलासा हुआ कि डाक्टर साहब पैसे कमाने के लिए दवा कंपनियों से साठगांठ इतनी मजबूत कर चुके थे कि उन्हे अब किसी का खौफ नहीं था। और इसीलिए वो अपने परिवार के साथ इन्ही कंपनियों के पैसों पर विदेश में ऐश भी कर के आ चुके थे। यही नहीं डाक्टर साहब अपने चैंबर में मरीजों से अवैध रूप से धनउगाही भी करते थे। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर सामने आए।
पुलिस ने किया डॉ समीर को गिरफ्तार
फिलहाल डाक्टर समीर सर्राफ पुलिस की गिरफ्त में हैं उनपर कई गंभीर आरोप लगें जिनकी जांच हो रही है। सैफई मेडिकल कॉलेज और पुलिस उन मरीजों का डेटा खंगाल रही है जिनका ऑपरेशन समीर सर्राफ ने किया था। उन सभी की फिर से जांच की तैयारी चल रही है।