जी हां सिर्फ 2015 में नही,विगत 3 एग्जिट पोल धोखेबाज निकले हैं
बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे आने में अब महज कुछ ही घंटे बचे हैं। कल दोपहर बाद तक यह लगभग तय हो जाएगा कि राज्य में अगली सरकार कौन बनाएगा। एग्जिट पोल्स में महागठबंधन को बढ़त दिखाए जाने के बाद से आरजेडी और कांग्रेस ने जश्न से लेकर सरकार गठन तक की तैयारियां शुरू कर दी हैं। हालांकि, बीजेपी और एनडीए का भरोसा भी कायम है। पार्टी के दफ्तर में लड्डू भी बन रहे हैं और आतिशबाजी की भी तैयारी है। ढोल बजाने वाले भी बुक हो चुके हैं।
ऐसा ही कुछ नजारा पटना साहिब विधानसभा क्षेत्र में देखने को मिल रहा है। जहां बीजेपी के कार्यकर्ता लड्डू बना रहें हैं। सभी लोग बीजेपी की टोपी भी पहन रखे हैं। चुनाव परिणाम से पहले सभी प्रमुख दलों ने अपनी सरकार बनने का दावा किया है।
सवाल यह भी उठता है कि क्या एग्जिट पोल के नतीजे एग्जैक्ट पोल में बदलेंगे ? यह सवाल इसलिए भी है क्योंकि पिछले 3 चुनाव में एग्जिट पोल के नतीजे और एग्जैक्ट पोल का नतीजा बिल्कुल उलट रहा है।
2015 के बिहार चुनावों में अधिकांश एक्जिट पोल गलत साबित हुए थे
2015 विधानसभा चुनाव में जब नीतीश कुमार ने लालू प्रसाद यादव से हाथ मिलाकर एनडीए के खिलाफ चुनाव लड़ा था। जब परिणाम आए तो बिहार में 178 सीटों के साथ महागठबंधन की सरकार बनी थी। लेकिन चुनाव परिणाम के पहले जो एक्जिट पोल आए थे, उनमें लगभग सभी गलत साबित हुए थे। 2015 के चुनाव में 8 एजेंसियों के एक्जिट पोल सामने आए थे। एबीपी-नीलसन, एनएन-आईबीएन-एक्सिस और न्यूज एक्स-सीएनएक्स ने महागठबंधन के लिए कम अंतर से जीत की भविष्यवाणी की थी, जबकि एनडीटीवी-हंसा और न्यूज 24-टुडे के चाणक्य ने एनडीए के लिए भारी जीत की भविष्यवाणी की थी। इसमें से भी चाणक्य ने एनडीए के लिए 157 सीट का अनुमान जताया था। लेकिन जब 8 नवंबर को परिणाम आए थे तब 178 सीट के साथ महागठबंधन की जीत हुई थी। हालांकि एक्सिस पोल का एक्जिट पोल महागठबंधन के लिए 178 सीट दिखा रहा था लेकिन इतनी बड़ी जीत दिखाए जाने पर चैनल पर प्रसारित नहींं किया गया था। चुनाव परिणाम आने के बाद कई चैनल ने एक्जिट पोल के गलत साबित होने पर खेद भी व्यक्त किया था।