Saturday, December 21, 2024
Uncategorized

सनसनीखेज खुलासा: करोना पेशेंट की अंग चोरी का मामला,दो मेडिकल कालेज की जांच,डॉ जफर इदरीस और डॉ फरीदी डीन

राजधानी लखनऊ के 2 मेडिकल कॉलेजों पर सनसनीखेज आरोप लगने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने मामले में जांच के आदेश दे दिये हैं। इन दोनों मेडिकल कॉलेजों पर आरोप है कि इलाज में लापरवाही बरतने के साथ ही मानव अंगों की तस्करी की गई है।

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबक, चिनहट के पक्का तालाब निवासी शिव प्रकाश पांडेय का 27 वर्षीय बेटा आदर्श कमल पांडेय 11 सितंबर को कोरोना पॉजिटिव पाया गया। शिवप्रकाश के मुताबिक, 15 सितंबर को आदर्श कमल पांडेय को इंटीग्रल मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। यहां एडमिट आदर्श ने बहन को वाट्सएप पर मैसेज किये। उसने यहां एडमिट मरीजों के साथ गलत काम होने की घटना बताई।

Also Read: योगी सरकार की बड़ी उपलब्धि, UP में 9000 करोड़ का निवेश करेंगी 28 विदेशी कंपनियां, मिलेंगे लाखों रोजगार

यही नहीं, आदर्श ने मरीजों के अंग निकालने की भी आशंका जताई। आरोप है कि इसके बाद आदर्श कमल को सामान्य वार्ड से आइसीयू में पहुंचा दिया गया। घबराए आदर्श कमल ने 22 सितंबर को बहन से तत्काल अस्पताल से निकालने का हवाला दिया। देर होने पर उसने मार डालने की बात कही।

इसके बाद परिजनों ने अधिकारियों को फोन कर रात करीब 12 बजे आदर्श कमल पांडेय को एरा मेडिकल कॉलेज रेफर कराया। आरोप है कि एरा मेडिकल कॉलेज के स्टाफ को पहले ही फोन कर दिया और साजिश के तहत युवक की तबियत और बिगाड़ दी गई। इसके बाद 26 दिसंबर को परिजनों को फोन कर बताया गया कि मरीज ठीक है। लेकिन इसके 15 मिनट बाद दोबारा फोन कर आदर्श की मौत होने की सूचना दे दी गई।

 

घटनाक्रम यूं हुआ
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के दो मेडिकल कॉलेज पर गंभीर आरोप लगे हैं। आरोप है – इलाज में लापरवाही और मानव अंगों की तस्करी। इन दोनों मेडिकल कॉलेज के नाम हैं – एरा मेडिकल कॉलेज (ERA’s Lucknow Medical College & Hospital) और इंटिग्रल मेडिकल इंस्टिट्यूट (INTEGRAL INSTITUTE OF MEDICAL SCIENCES & RESEARCH)

इस साल सितंबर में कोरोना संक्रमित युवक आदर्श पांडे की मौत एरा मेडिकल कॉलेज में हुई थी। हैरान करने वाली बात यह है कि आदर्श पांडे इससे पहले इंटिग्रल मेडिकल इंस्टिट्यूट में भर्ती थे।

आदर्श पांडे के परिवार वालों ने बताया कि 11 सितंबर को कोरोना संक्रमण के कारण उन्हें इंटिग्रल मेडिकल इंस्टिट्यूट में भर्ती कराया गया था। लेकिन वो अपनी बहन से बातचीत में बताए थे कि उन्हें दवा खाने के बाद नशा सा छा जाता है, मेडिकल स्टाफ बदसलूकी करता है।

बार-बार ऐसी बातों से घबरा कर आदर्श की बहन ने 22 सितंबर को जिले के तमाम अधिकारियों से शिकायत की और उसी रात आदर्श पांडे को एरा मेडिकल कॉलेज रेफर कराया। अब परिवार वालों का आरोप है कि इंटिग्रल मेडिकल इंस्टिट्यूट के स्टाफ ने एरा मेडिकल कॉलेज के स्टाफ को रात में ही फोन कर दिया और साजिश के तहत आदर्श की तबियत बिगाड़ दी।

23 सितंबर से लेकर 26 सितंबर तक आदर्श के परिवार वाले उससे संपर्क नहीं कर पा रहे थे। अचानक 26 सितंबर को घर वालों को मरीज की हालत ठीक बताई गई। लेकिन इस सूचना के 15 मिनट के अंदर ही दोबारा फोन कर आदर्श की मौत की सूचना दी गई। अब आदर्श पांडे के परिवार वालों ने मेडिकल कॉलेज पर आदर्श को मार डालने का आरोप लगाया है।

आदर्श की बहन का आरोप है कि इंटिग्रल मेडिकल इंस्टिट्यूट में मानव अंगों की तस्करी होती होगी, जिसका आदर्श ने वीडियो बना लिया होगा। उनके अनुसार इसी रैकेट का हिस्सा एरा मेडिकल कॉलेज भी है, जहाँ उनके भाई की मौत हुई।

आदर्श पांडे के परिवार वालों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस मामले की शिकायत की है। प्रशासन की ओर से अब दोनों मेडिकल संस्थानों के खिलाफ जाँच के आदेश दे दिए गए हैं।

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इंटिग्रल मेडिकल इंस्टिट्यूट के डीन हैं – जफर इदरिस और एरा मेडिकल कॉलेज के डीन हैं – डॉ फरीदी। अखिलेश यादव तो यहाँ चीफ गेस्ट भी बन कर जा चुके हैं।

 

Leave a Reply