किशनगंज में मानव तस्करों ने सारी हदें पार कर दी हैं। ये पहले लव जिहादी बनते हैं और किसी हिंदू लड़की को फंसाते हैं। कुछ दिन अपने पास रखने के बाद उस लड़की को देह व्यापार के धंधे में शामिल लोगों को बेच देते हैं। इसके बाद और किसी लड़की को अपने प्रेमजाल में फंसाने के लिए निकल पड़ते हैं।
बिहार का किशनगंज जिला राज्य का सबसे संवेदनशील क्षेत्र है। यह ‘चिकेन नेक’ के समीप है। इन दिनों मुस्लिम—बहुल किशनगंज जिले में मानव तस्करी, देह व्यापार, मादक पदार्थों के कारोबार और जिहादी गतिविधियां चरम पर हैं। पाञ्चजन्य को मिली जानकारी के अनुसार किशनगंज में देशभर के लव जिहादी लड़की बेचने आते हैं। इन सबको देखते हुए ही पिछले दिनों किशनगंज पुलिस ने कई स्थानों पर छापा मारकर कुछ लोगों को हिरासत में लिया है।
पुलिस की कार्रवाई के बाद ही किशनगंज जिले के कई स्थानों पर देह व्यापार का भंडाफोड़ हुआ है। इससे यह भी पता चला है कि देह व्यापार कराने वालों में 90 प्रतिशत मुसलमान हैं। ये लोग उन लड़कियों से देह व्यापार कराते हैं, जो लव जिहाद का शिकार होती हैं। इसमें और भी महिलाएं शामिल हैं, लेकिन यह माना जा रहा है कि देह व्यापार में लव जिहाद के जरिए मुस्लिमों के कब्जे में आईं लड़कियों की संख्या सबसे अधिक है। यह जानकारी खुद ऐसे लोगों ने ही दी है।
उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पहले किशनगंज के खगड़ा रेड लाईट एरिया से ऐसे 11 लोगों को पकड़ा गया है। इन पर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की विभिन्न धाराओं के साथ—साथ पाॅस्को एक्ट और अनैतिक देह व्यापार अधिनियम के तहत कई धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। जिस वेश्यालय से ये लोग पकड़े गए हैं, उसकी संचालिका कुख्यात बदमाश आजाद की पत्नी गुड़िया है। इसके साथ बेबी खातून और तारा खातून भी इस काम में जुड़ी थी।
दिघलबैंक निवासी मोहम्मद नदीम, मंझिया निवासी मोहम्मद आलम व आसिफ रजा तथा माछमारा निवासी फिरोज आलम भी इस छापेमारी में पकड़े गए हैं। यहां देह व्यापार के धंधे में शामिल कुछ लड़कियों को भी पकड़ा गया है। पूछताछ में उनमें से कई ने बताया है कि वे लव जिहाद का शिकार हैं। यानी पहले हिंदू लड़कियों को लव जिहाद में फंसाया गया और यहां लाकर उनसे देह व्यापार करवाया जा रहा था। इस लिहाज से यह और भी गंभीर मामला बन गया है। सामाजिक कार्यकर्ता और पेशे से सीए राजीव श्रीवास्तव मानते हैं कि जबसे इस क्षेत्र में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम का दबदबा बढ़ा है तबसे यहां अनेक तरह के अपराधों में बेतहाशा वृद्धि हुई है।
बहादुरगंज थाना क्षेत्र के प्रेम नगर रेड लाईट एरिया से भी छापेमारी के बाद पुलिस ने छह लोगों को गिरफ्तार किया है। ये सभी अभी न्यायिक हिरासत में हैं। इनके अलावा 13 लोगों के विरूद्ध महिला थाने में केस दर्ज किया गया है। देह व्यापार के इस मामले में जुरैल निवासी अनवर खान, सितागाछ निवासी आदिल आलम, वैसा निवासी सौरभ यादव, चूड़ाकुट्टी निवासी फैयाज आलम को जेल भेजा गया है। एसडीपीओ अनवर जावेद अंसारी ने स्वीकार किया है कि यहां कई राज्यों की लड़कियों से देह व्यापार करवाया जाता है।
प्रेम नगर रेड लाईट एरिया से बरामद असम की एक लड़की की दर्दनाक कहानी भी सामने आई है। इस 21 वर्षीया लड़की को बाघमारा दुबरी निवासी मनोवर हुसैन ने प्रेमजाल में फंसाकर यहां लाया था। कुछ दिनों तक अपने साथ रखने के बाद उसने उस लड़की को देह व्यापार के दलदल में जबरन धकेल दिया। पता चला है कि हुसैन ने मोटी रकम लेकर उस लड़की को देह व्यापार करवाने के हाथों बेचा है। इससे पहले भी बहादुरगंज के रेड लाईट एरिया से असम पुलिस और किशनगंज पुलिस ने छापा मारकर असम की एक लड़की को बरामद किया था। उसे भी एक लव जिहादी ने ही यहां तक पहुंचाया था।
मानव तस्करी के आरोप मेें गिरफ्तार लोगों ने बताया है कि वे असम, पश्चिम बंगाल, बिहार आदि राज्यों से लड़की या महिलाओं को यहां तक लाते हैं और उन्हें देह व्यापार करने वालों के हाथों बेचते हैं। लव जिहाद का शिकार बनी लड़कियां जब अपने बेचने का विरोध करती हैं, तो उन्हें बुरी तरह प्रताड़ित किया जाता है। इस कारण कई लड़कियां मर भी चुकी हैं। एक ऐसा ही मामला पिछले दिनों पूर्णिया से सटे अनगढ़ ओपी में सामने आया है। अनगढ़ के रेड लाईट एरिया में गत दिनों एक लड़की का मृत शव मिला था। लेकिन पुलिस ने उस शव का पोस्टमार्टम कराए बिना उसे एक ऐसे व्यक्ति को सौंप दिया, जिस पर देह व्यापार कराने के अनेक मामले दर्ज हैं।
स्थानीय लोगों का मानना है कि देह व्यापार के धंधेबाजों द्वारा लड़कियों को खरीदकर लाने के बाद अनगढ़ के रेल लाईट एरिया में पहले रखा जाता है। अनगढ़ पूर्णिया एवं किशनगंज की सीमा पर स्थित है। सुदूर क्षेत्र होने के कारण यहां पहुंचना सहज नहीं होता। इसका फायदा मानव तस्कर के साथ—साथ देह व्यापार के धंधे में लगे लोग उठा रहे हैं।
उम्मीद है कि पुलिस बिना किसी दबाव के अपना काम करेगी, ताकि उन लड़कियों को बचाया जा सके, जो किसी न किसी कारण से मानव तस्करों या लव जिहादियों के चक्कर में पड़ जाती हैं और अपना जीवन नरक के समान बना लेती हैं।