भारत में COVISHIELD कोरोना वैक्सीन के एमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी मिल गई है. हालांकि बैठक अभी भी जारी है. और किसी भी वक्त इसका औपचारिक ऐलान किया जा सकता है. ये वैक्सीन सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा निर्मित की गई है.
नए साल की शुरुआत होते ही भारत को पहली कोरोना वैक्सीन (India’s First Corona Vaccine) का तोहफा मिल गया है. शुक्रवार को सब्जेक्ट एक्पर्ट कमेटी के साथ हुई बैठक में भारत ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (Serum Institute of India) द्वारा निर्मित कोविशील्ड (COVISHIELD) कोरोना वैक्सीन के आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है.
हालांकि बैठक अभी भी जारी है. और किसी भी वक्त औपचारिक ऐलान कर दिया जाएगा. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, सब्जेक्ट एक्पर्ट कमेटी ने सीरम इंस्टीट्यूट की वैक्सीन को रिकमेंड किया है. जिसके बाद सरकार ने शर्तों के साथ इसकी मंजूरी दे दी है. हालांकि अंतिम निर्णय डीसीजीआई (ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया) द्वारा ही लिया जाएगा. यानी DCGI की अप्रूवल मिलते ही अगले 6-7 दिनों में वैक्सीनशन की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी.
2 जनवरी को देशभर के सभी राज्यों की राजधानी में कोरोना वायरस के वैक्सीनेशन का ड्राई रन होगा, जिसमें कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) से जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर को परखने का काम किया जाएगा. हर राज्य अपने राज्य की राजधानी के 3 पॉइंट पर ड्राई रन आयोजित करेंगे. महाराष्ट्र और केरल की सरकारों ने केंद्र को बताया है कि वह अपनी राज्य की राजधानी के अलावा राज्य के बड़े शहरों में भी ड्राई रन का आयोजन करेंगे. बता दें कि इससे पहले 28 और 29 दिसंबर को देश के 4 राज्यों में ड्राई रन का आयोजन किया गया था. बता दें कि ड्राई रन (Dry Run) के दौरान यह परखा जाएगा कि जिन जिलों में वैक्सीन को स्टोर किया जाना है, वहां से राज्य के आखिरी पॉइंट तक पहुंचने में कुछ दिक्कत तो नहीं आ रही है.
1 करोड़ लोगों के टीकाकरण की सिफारिश
टीकाकरण के दौरान दो हेल्पलाइन नंबर रहेंगे, जिसमें किसी भी समस्या को लेकर मदद मांगी जा सकती है. टीकाकरण के लिए बने एंपावर्ड ग्रुप में अभी तक पहले चरण में वैक्सीनेशन के लिए स्वास्थ्य सेवा से जुड़े तकरीबन एक करोड़ लोगों को टीकाकरण की सिफारिश की है. इसके बाद प्राथमिकता के आधार पर 27 करोड़ लोगों के लिए टीकाकरण की सिफारिश की गई है.