इंडिया एलायंस (INDIA Alliance) में अंतर्कलह रुकने का नाम नहीं ले रही है. समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने एक बार फिर कांग्रेस पर हमला बोला है. इस बार उन्होंने आजम खान से अजय राय की होने वाली मुलाकात को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा. उन्होंने बुधवार को कहा कि आजम खान से सभी को मिलना चाहिए, लेकिन कांग्रेस के नेता उस समय कहां थे, जब उन्हें फंसाया जा रहा था. उन्होंने आरोप लगाया है कि कांग्रेस के नेता भी उन्हें फंसाने में लगे थे.
यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय आज यानी गुरुवार को सीतापुर की जेल में बंद आजम खान से मुलाकात करने वाले हैं. इस मुलाकात से पहले अजय राय ने कहा है कि बीजेपी की ओर से देश के जिन नेताओं को प्रताड़ित किया जा रहा है, हम उनके लिए आवाज उठाएंगे. इसलिए आजम खान से मुलाकात करने जा रहे हैं.
जेल में सजा काट रहे आजम खान
दरअसल रामपुर की कोर्ट ने दो जन्म प्रमाण पत्र मामले में सपा नेता और पूर्व मंत्री आजम खान को दोषी करार देते हुए सात साल कारावास की सजा सुनाई. इस मामले में उनकी पत्नी तंजीन फातिमा और बेटे अब्दुल्ला आजम को भी सात-सात साल की सजा सुनाई गई है. आजम खान की गिरफ्तारी पर अब सियासी बयानबाजी तेज होती जा रही है. आजम की गिरफ्तारी पर अखिलेश यादव ने कांग्रेस पर बड़ा हमला बोला है. उन्होंने कांग्रेस नेताओं पर आजम को फंसाने का आरोप लगाया है.
एमपी में सीट शेयरिंग को लेकर हो चुका विवाद
इससे पहले मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में सीट शेयरिंग को लेकर कांग्रेस और सपा में गुटबाजी सामने आई थी. एमपी में कांग्रेस से सीटें नहीं मिलने से सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव नाराजगी जताई थी. उन्होंने कहा था कि मध्य प्रदेश में समाजवादी पार्टी से कांग्रेस की बातचीत हुई थी. जो पहले से हमारी पार्टी और संगठन के प्रत्याशी जीते हैं या जहां पर हमारी पार्टी ने अच्छा वोट पाया है. हमने उन्हीं सीटों के लिए बातचीत की थी. कांग्रेस ने धोखा दिया.
इसपर यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय ने जोरदार हमला पलटवार किया था. उन्होंने कहा था कि समाजवादी पार्टी की मध्य प्रदेश में कोई हैसियत नहीं है. साथ ही उन्होंने दावा किया था कि यूपी में उनकी पार्टी सभी लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है.
समाजवादी पार्टी (SP) नेता आजम खान (Azam Khan) के करीबियों पर आज यूपी के रामपुर (Rampur) में इनकम टैक्स (IT) ने रेड की. इनकम टैक्स की टीम ने फरत मेंबर और शावेज नाम के ठिकानों पर छापेमारी की. आजम खान के 2 करीबियों के ठिकानों पर रेड की गई है. सूत्रों के हवाले से खबर है कि ईडी की जांच में अभी तक सामने आया है कि आजम खान ने जौहर यूनिवर्सिटी पर 800 करोड़ रुपये खर्च किए थे लेकिन हेराफेरी करके दस्तावेजों में सिर्फ 60 करोड़ रुपये ही दिखाए. इसका मतलब है कि आजम खान ने 800 रुपये में से सिर्फ 7.5 फीसदी रुपये का ही हिसाब दिया. बाकी का पैसा कहां से आया और कहां खर्च हुआ, ये सब आजम खान गोल कर गए.
पहले से ही 7 साल की सजा काट रहे आजम खान
बता दें कि सपा के कद्दावर नेता आजम खान को रामपुर से सीतापुर जेल में शिफ्ट किया जा चुका है. वहीं, आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम को हरदोई जेल भेजा गया है. इसके अलावा आजम खान की पत्नी तंजीन फातिमा इस वक्त रामपुर जेल में हैं. आजम खान, तंजीन फातिमा और अब्दुल्ला आजम को बीते 18 अक्टूबर को रामपुर की एक कोर्ट ने अब्दुल्ला आजम के जाली बर्थ सर्टिफिकेट के मामले दोषी ठहराने के बाद 7 साल की सजा सुनाई थी.
कभी कहे जाते थे मिनी मुख्यमंत्री
गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान का लगभग 40 साल से ज्यादा का राजनीतिक करियर अब ढल रहा है. आजम खान 10 बार विधायक, एक बार सांसद और एक बार राज्यसभा सदस्य रह चुके हैं. इसके अलावा आजम खान चार बार कैबिनेट मंत्री और एक बार नेता प्रतिपक्ष भी रह चुके हैं. सपा सरकार में आजम खान का जलवा मिनी सीएम जैसा था. लोग उन्हें यूपी का मिनी मुख्यमंत्री तक कहने लगे थे.
आजम खान के आगे क्या है संकट?
अब तो ये भी सवाल उठने लगा है कि खुद आजम खान, उनकी पत्नी तंजीन फातिमा और बेटे अब्दुल्ला आजम जेल में हैं. ऐसे में आजम खान की राजनीतिक विरासत संभालने कौन चुनावी मैदान में उतरेगा. सजा होने की वजह से ये तीनों लोकसभा चुनाव 2024 और 2027 का विधानसभा चुनाव नहीं लड़ सकेंगे. वहीं आजम खान के बड़े बेटे अदीब आजम अब तक राजनीति से दूर रहे हैं. बहू ने भी अभी तक सियायत में नहीं आई हैं. दूसरी तरफ आजम खान पर एक के बाद एक नए खुलासे हो रहे हैं. आईटी ने अब आजम के करीबियों पर भी शिकंजा कस दिया है.