इजरायल-हमास युद्ध को लेकर एक और बड़ी खबर आ रही है, जहां हमास के नए राजनीतिक नेता याह्या सिनवार के भी मारे जाने की संभावना है। इजरायली सेना ने कहा है कि वह इसकी जांच कर रही है और पूरी संभावना है कि हमास चीफ उसके हमले में मारा गया है।
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले भी याह्या सिनवार के मारे जाने की खबरें सामने आई थीं। हालांकि, कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में इसका खंडन भी किया गया था। अब इजरायली सेना नई संभावनाओं के साथ इसकी जांच कर रही है।
आतंकियों की नहीं हुई है पहचान
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक इजरायली सेना ने गाजा पट्टी में एक ऑपरेशन के बाद हमास नेता याह्या सिनवार को मार गिराने का अनुमान लगाया है। सेना ने यह भी कहा है कि उसने तीन आतंकवादियों को निशाना बनाया था। सेना ने बयान में कहा, ‘इस स्तर पर आतंकवादियों की पहचान की पुष्टि नहीं की जा सकती है।’
हमास के आधे से अधिक आतंकियों को मौत के घाट उतार चुकी इजरायली सेना ने गुरुवार को कहा कि उसने गाजा में एक ऑपरेशन के दौरान हमास के तीन और आतंकियों को जहन्नुम पहुंचा दिया है। आईडीएफ ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल पर कहा अभी कंफर्म नहीं है कि मारे गए आतंकियों में हमास का नया चीफ याह्या सिनवार है या नहीं। सिनवार को इस्माइल हानियेह के तेहरान में कत्ल के बाद हमास का चीफ बनाया गया था। हानियेह के वक्त वह गाजा प्रमुख और हमास का डिप्टी था। इजरायली सैनिकों के कत्लेआम और अपहरण में 22 साल जेल की सलाखों में रहा। अपना ज्यादातर जीवन शरणार्थी शिविरों में बिताने से उसके मन में इजरायल के खिलाफ जबरदस्त गुस्सा और बदले की आग थी। 7 अक्टूबर 2023 को इजरायल पर हुए अभूतपूर्व हमले के पीछे सिनवार का ही दिमाग था। उसी के कहने पर ईरान और हिजबुल्लाह ने हथियार और पैसों की मदद की थी।
तेहरान में इजरायली खुफिया एजेंसी मोसाद ने बेहद खतरनाक मिशन में इस्माइल हनिया की हत्या कर दी थी। जिसके बाद याह्या (इब्राहिम हसन) सिनवार को हमास का प्रमुख नियुक्त किया गया। सिनवार के बारे में कहा जाता है कि वह बेहद खूंखार और आपराधिक प्रवृत्ति वाला था। मामले के जानकार बताते हैं कि इजरायल के साथ युद्धविराम में लगातार खलल के पीछे सिनवार ही था, क्योंकि वह इजरायल से नफरत करता था और किसी भी सूरत में युद्धविराम के पक्ष में नहीं था।
बंधकों को ढाल बनाकर जान की भीख मांगी
हाल ही के दिनों में जब इजरायली सेना चुन-चुनकर हमास आतंकियों को निशाना बना रही थी, तब मारे डर के सिनवार ने बंधकों को ढाल बनाकर इजरायल से अपनी जान की भीख मांगी थी। उसने इजरायली सेना से बंधकों की रिहाई के बदले उसे और उसके साथियों को किसी तीसरे देश जाने की गुहार भी लगाई थी। इजरायली मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, सिनवार कुछ दिन महिला के वेश में गाजा में आम लोगों के बीच भी रहा। उसे डर था कि आईडीएफ सुरंगों को लगातार निशाना बना रही है और वह कभी भी मारा जा सकता है।
शरणार्थी शिविर में पैदा हुआ, इजरायली जेल में 22 साल बिताए
सिनवार का जन्म 29 अक्टूबर 1962 को गाजा के खान यूनिस शरणार्थी शिविर में हुआ था। 1948 के अरब-इजरायल युद्ध के दौरान उसका परिवार अश्कलोन से विस्थापित हो गया था। यही वजह है कि उसके मन में इजरायल के प्रति नफरत थी। शरणार्थी शिविर में बिताए गए शुरुआती जीवन से उसने इजरायली कब्जे का विरोध करना शुरू कर दिया। जल्द ही वह हमास में शामिल हो गया। सिनवार ने गाजा के इस्लामिक विश्वविद्यालय से अरबी अध्ययन में डिग्री हासिल की।
सिनवार ने 1980 के दशक के अंत में हमास की एक इकाई माजद की स्थापना की, जिसका उद्देश्य इजरायल का समर्थन करने वाले फिलिस्तीनियों की पहचान करना और उन्हें खत्म करना था। आतंकवादी गतिविधियों के कारण 1988 में दो इज़रायली सैनिकों के अपहरण और हत्या की साजिश रचने के आरोप में उसे गिरफ्तार किया गया। सिनवार को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई, लेकिन 2011 में इजरायली सैनिक गिलाद शालिट के बदले सौदे में उसे रिहा कर दिया गया था।
7 अक्टूबर को इजरायल पर हमले का मास्टरमाइंड
पिछले साल 7 अक्टूबर को दक्षिण इजरायल पर हुए आतंकी हमले में जहां 1200 से अधिक लोगों की जान चली गई, उसका मास्टरमाइंड याह्या सिनवार था। उस दौरान सिनवार गाजा में प्रमुख के तौर पर नियुक्त था। उसने ईरान और हिजबुल्लाह के शीर्ष नेताओं से कई बार की मुलाकातें की। इजरायली मीडिया के अनुसार, उसने 2022 जनवरी में ही इजरायल पर हमले की योजना बना ली थी, लेकिन ईरान और हिजबुल्लाह से समय पर मदद न मिल पाने के कारण उसे योजना टालनी पड़ी। सिनवार ने ईरान और हिजबुल्लाह से हथियार और पैसों की मदद मांगी थी। उसने भरोसा दिलाया था कि उनका दिया पैसा वह बर्बाद नहीं होने देगा और इजरायल को तगड़ा सबक सिखाकर रहेगा। पिछले सात अक्टूबर को हुए हमले में गाजा की ओर से इजरायल पर 20 मिनट के भीतर 5000 से अधिक मिसाइलें दागी गई। इसके बाद हमास के आतंकी इजरायली सीमा में घुस आए और जमकर कत्लेआम किया। एक संगीत समारोह में 350 लोगों का कत्ल कर दिया। इसके अलावा 250 लोगों को अगवा कर दिया। अभी भी हमास के पास 100 से अधिक इजरायली बंधक हैं।