लखनऊ: उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर जिले के चिल्हिया थाना क्षेत्र के बुकनिहा गाँव में दलित समुदाय की 21 वर्षीय एक युवती की लाश नवाब अली के घर से बरामद की गई है। मृतका की माँ का आरोप है कि उसकी बेटी की हत्या कर उसकी लाश को फांसी पर लटका दिया गया। पुलिस ने मामले की जाँच शुरू कर दी है और FIR दर्ज की है, लेकिन स्थानीय प्रशासन इस घटना को प्रारंभिक दृष्टि से आत्महत्या मान रहा है। लेकिन, युवती नवाब अली के घर में जाकर ख़ुदकुशी क्यों करेगी? ये भी एक बड़ा सवाल बना हुआ है, पीड़ित परिवार का कहना है कि, उनकी बच्ची पर कोई दबाव नहीं था, वो ख़ुदकुशी क्यों करेगी ? घटना शुक्रवार, 11 अक्टूबर 2024 की है।
घटना के अनुसार, मृतका के परिजन मेहनत-मजदूरी करते हैं और वह अपने परिवार के साथ रहती थी। पड़ोस में ही नवाब अली का घर है, जो मुंबई में काम करता है और हाल ही में घर लौटा था। नवाब के परिवार में अन्य सदस्य कैसर, वाजिद और रोशन अली रहते हैं। मृतका के परिवार के अनुसार, नवाब अली की गन्दी नजर पीड़िता पर थी। शुक्रवार को युवती अचानक अपने घर से गायब हो गई। परिवार का आरोप है कि नवाब अली और उसके परिवार के अन्य सदस्यों ने छत पर सो रही पीड़िता का अपहरण किया और उसे एक कमरे में बंद कर दिया। परिजनों का कहना है कि वहां पीड़िता के साथ मारपीट की गई, जिससे उसकी मौत हो गई। इसके बाद उसकी लाश को फांसी पर लटका दिया गया। आरोपी नवाब के परिवार के सभी पुरुष फरार बताए जा रहे हैं। मृतका की माँ का कहना है कि, उन्हें मुआवज़ा वगैरह कुछ नहीं चाहिए, सिर्फ उनकी बेटी को इंसाफ मिलना चाहिए।
पीड़िता के परिवार ने मीडिया के सामने आरोप लगाया कि नवाब अली के परिवार ने उनकी बेटी की जान ले ली और उनकी इज्जत पर हमला किया। मृतका की माँ ने न्याय की माँग की है। एक महिला ने कहा कि उनका दलित होना और नवाब अली का मुस्लिम होना इस घटना की वजह है। पुलिस ने बताया कि उन्हें युवती की लाश नवाब अली के घर से मिली है और कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने घटना की प्राथमिक जांच में इसे आत्महत्या का मामला बताया है, लेकिन विस्तृत जांच जारी है।