कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि संसद के हालिया शीतकालीन सत्र में विपक्ष के 146 सांसदों को निलंबित करके न सिर्फ उनका अपमान किया गया, बल्कि देश की 60 प्रतिशत जनता का मुंह बंद कर दिया गया. उन्होंने सांसदों के निलंबन के खिलाफ जंतर-मंतर पर आयोजित विपक्षी दलों के विरोध प्रदर्शन में यह भी कहा कि लड़ाई नफरत और मोहब्बत के बीच है तथा भारतीय जनता पार्टी जितनी नफरत फैलाएगी, ‘इंडिया’ गठबंधन उतनी ही मोहब्बत, भाईचारा और एकता फैलाएगा. इसी बीच राहुल गांधी ने कुछ ऐसा कह दिया जिसकी चर्चा हो रही है. राहुल ने बेरोजगारी को लेकर युवाओं के स्क्रीन टाइम का जिक्र कर दिया. उन्होंने कहा कि हमारे युवा सेलफोन पर दिन में कितना घंटा, इंस्टाग्राम पर फेसबुक पर कितने घंटे रहते हैं. राहुल गांधी ने कहा कि मैंने एक छोटा सा सर्वे कराया, कोई बड़ा सर्वे नहीं. बस यह चेक करने के लिए. राहुल ने कहा कि मैं सर्वे के नतीजे से मैं हैरान हो गया. 7.30 घंटे…साढ़े सात घंटे युवा फेसबुक पर, इंस्टाग्राम पर, ट्विटर पर, अपने फोन पर समय बिता रहे हैं
सोशल मीडिया पर वायरल
इसके बाद मजेदार बात यह रही कि भाषण के बाद जब वे अपनी सीट पर बैठे तो खुद मोबाइल चलाते हुए नजर आए. उनकी कई तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं. सोशल मीडिया पर लोग ट्रोल भी कर रहे हैं. गठबंधन पर बात करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि ‘इंडिया’ गठबंधन पूरी तरह से एकजुट है. उन्होंने कहा कि लोकसभा की दर्शक दीर्घा से सदन में दो युवकों का कूदना सुरक्षा में चूक जरूर है, लेकिन इसका कारण बेरोजगारी है. उन्होंने दावा किया, ‘‘कुछ दिन पहले संसद में (लोकसभा की कार्यवाही के दौरान) दो युवा (दर्शक दीर्घा से) सदन में कूद गए. उन्होंने अंदर आकर धुआं फैलाया. भाजपा के सांसद सब भाग लिए, वो अलग बात है. जो अपने आपको देशभक्त कहते हैं, लेकिन उनकी हवा निकल गई. वो टीवी पर आपको नहीं दिखा, वो हमें दिखा रहे थे.’’
‘सर्वे में यह बात सामने आई ‘
राहुल गांधी ने कहा, ‘‘निलंबित सांसद सिर्फ व्यक्ति नहीं, बल्कि वे हिंदुस्तान की जनता की आवाज हैं. आपने (सरकार) सिर्फ (लगभग) 150 सांसदों का अपमान नहीं किया है, बल्कि 60 प्रतिशत जनता का मुंह बंद किया है.’’ उन्होंने कहा कि एक सर्वे में यह बात सामने आई कि देश के युवा रोजाना औसतन साढ़े सात घंटे फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर (अब एक्स), ईमेल और फोन पर बिता रहे हैं तथा इसका कारण भयंकर बेरोजगारी है. सदन में तख्तियां लहराने और नारे लगाने के आरोप में शीतकालीन सत्र में कुछ दिनों के भीतर ही 146 सांसदों को लोकसभा और राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया.
निलंबन जारी रहेगा?
इनमें से ज्यादातर सदस्यों को शीतकालीन सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित किया गया था और सत्र समाप्ति के बाद उनका निलंबन भी स्वत: ही समाप्त हो चुका है, लेकिन कुछ सदस्यों के मामले को विशेषाधिकार समिति के विचारार्थ भेजा गया था और समिति की रिपोर्ट आने तक उनका निलंबन जारी रहेगा. शीतकालीन सत्र के लिए दोनों सदनों की बैठक बृहस्पतिवार को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई. विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) के सांसद 13 दिसंबर को संसद की सुरक्षा में हुई चूक की घटना को लेकर गृह मंत्री अमित शाह से बयान की मांग कर रहे थे.