इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ‘युद्ध’ की घोषणा करते हुए कहा कि उनका देश अपने दुश्मन से ‘अभूतपूर्व कीमत’ वसूल करेगा.
गाजा पट्टी पर नियंत्रण रखने वाले आतंकी ग्रुप हमास ने इजराइल पर अब तक का सबसे बड़ा हमला किया है. बताया जा रहा है कि हमास की ओर से इजराइल पर 5000 से ज्यादा रॉकेट दागे गए हैं. हमले में इजराइल के कई रिहायशी इलाकों को निशाना बनाया. इन हमलों में अभी तक 40 लोगों की मौत और 500 से ज्यादा के जख्मी होने की जानकारी सामने आई है. इसके बाद इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ‘युद्ध’ की घोषणा करते हुए कहा कि उनका देश अपने दुश्मन से ‘अभूतपूर्व कीमत’ वसूल करेगा. वहीं, इजराइल के रक्षा मंत्री ने बयान जारी कर कहा कि हमास ने इजराइल के खिलाफ युद्ध छेड़ दिया है, इसमें इजराइल की जीत होगी. यह हमला पिछले कुछ वर्षों में इजराइली क्षेत्र में हुआ सबसे घातक हमला बन गया है.
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स में गाजा स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक लिखा गया है कि हमास के हमले की जवाब में इजराइल की ओर से गाजा में हवाई हमले किए गए. इन हमलों में करीब 200 फिलिस्तीनी मारे गए, जबकि 1600 से ज्यादा जख्मी हो गए.
इजराइल के रक्षा मंत्री के कार्यालय से जारी एक बयान के मुताबिक, रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने आईडीएफ की आवश्यकताओं के अनुसार आरक्षित सैनिकों के मसौदे को मंजूरी दे दी है. इजराइल रक्षा बल (आईडीएफ) ने एक बयान में कहा कि चीफ ऑफ स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल हर्जी हलेवी स्थिति का मूल्यांकन कर रहे हैं और कार्य योजनाओं को मंजूरी दे रहे हैं.
इजराइली सेना के बयान में कहा गया, “आईडीएफ युद्ध के लिए तैयार रहने की स्थिति की घोषणा करता है. हमास… जो इस हमले के पीछे है, घटनाओं के परिणाम के लिए जिम्मेदार होगा.”
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पहले हमास के आतंकवादियों ने बंदी बनाया इजरायल नागरिकों को
स्थानीय मीडिया की खबरों के मुताबिक, हमास की सैन्य शाखा के प्रमुख मोहम्मद दीफ ने एक बयान में कहा, “हमने दुश्मन को अल-अक्सा मस्जिद के खिलाफ अपनी आक्रामकता जारी नहीं रखने की चेतावनी दी.” इजराइली सेना ने गाजा पट्टी के नजदीकी शहरों के निवासियों को अपने घरों में रहने और बाकी जनता को बम से बचाव वाले आश्रयों के पास रहने के निर्देश जारी किए हैं.
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Now after attacking Israel these terrorists
Wants peace#Hamas
Will bring out dead body of some kid and use drama skills to prove innocence@IndiawithIsrael @IsraelinIndia @IDF @aaashu7777 @Aaashu47833171 pic.twitter.com/864ixPt3Cx— MNSMEDIAANDPUBLICATIONS News (@aaashumns) October 7, 2023
(अब इजरायल ने इस्लामिक आतंकवादियों का सफाया शुरू कर दिया)
कठिन घड़ी में इजराइल के साथ : PM मोदी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हमास उग्रवादियों के हमले के मद्देनजर शनिवार को इजराइल के प्रति एकजुटता व्यक्त की. मोदी ने इज़राइल पर हुए हमास के हमले को ‘आतंकवादी हमला’ करार देते हुए इसकी निंदा की. पीएम मोदी ने कहा, ‘इजराइल में आतंकवादी हमलों की खबर से स्तब्ध हूं. हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं निर्दोष पीड़ित परिवारों के साथ हैं. इस कठिन घड़ी में हम इजराइल के साथ एकजुटता से खड़े हैं.’
भारत ने अपने नागरिकों से सतर्क रहने का किया आग्रह
भारतीय दूतावास ने सभी भारतीय नागरिकों को “सतर्क रहने” और “सुरक्षा नियमों का पालन” करने की सलाह दी है. दूतावास ने अपने परामर्श में कहा, “इजराइल में वर्तमान स्थिति को देखते हुए, इजराइल में मौजूद सभी भारतीय नागरिकों से अनुरोध किया जाता है कि वे सतर्क रहें और स्थानीय अधिकारियों की सलाह के अनुसार सुरक्षा नियमों का पालन करें. कृपया सावधानी बरतें, अनावश्यक आवाजाही से बचें और सुरक्षित स्थलों के करीब रहें.” परामर्श अंग्रेजी, हिंदी, मराठी, तमिल, तेलुगु, मलयाली और कन्नड़ भाषाओं में जारी किया गया है.
दूतावास की वेबसाइट के मुताबिक, इजराइल में करीब 18,000 भारतीय नागरिक हैं, जिनमें मुख्य रूप से इजराइली बुजुर्गों, हीरा व्यापारियों, आईटी पेशेवरों और छात्रों की देखभाल करने के लिए नियुक्त लोग शामिल हैं. इजराइल में भारतीय मूल के लगभग 85,000 यहूदी भी हैं जो पचास और साठ के दशक में भारत से इजराइल गए थे.
अमेरिका का इजराइल को समर्थन
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने इजराइल के प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू से फोन पर बातचीत करते हुए साथ खड़े होने और पूरा समर्थन देने की बात कही है. इसकी जानकारी इजराइली प्रधानमंत्री के आधिकारिक एक्स हैंडल पर दी गई है. एक्स पर किए गए पोस्ट के मुताबिक, अमेरिका ने कहा है कि इसराइल को अपनी रक्षा करने का पूरा अधिकार है.
सऊदी अरब ने दी प्रतिक्रिया
सऊदी अरब के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी किया है. बयान में कहा गया है कि स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं. साथ ही कहा गया कि हम तत्काल रूप से दोनों पक्षों के बीच तनाव को तत्काल रोकने, नागरिकों की सुरक्षा और संयम बरतने की अपील करते हैं.
फ्रांस ने हमलों की कड़ी निंदा की
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने हमलों की कड़ी निंदा करते हुए कहा, “हमले के पीड़ितों, उनके परिवारों और प्रियजनों के साथ खड़ा हूं और उनको अपना पूरा समर्थन देता हूं.”
Hamas Israel: फिलिस्तीन के चरमपंथी संगठन हमास (Hamas) और इजरायल (Israel) के बीच जंग जैसे हालात बन गए हैं. हमास ने 7 अक्टूबर की सुबह इजरायल की तरफ करीब 5000 रॉकेट दागे. इसके बाद इजरायल ने हमास के खिलाफ जंग का ऐलान कर दिया है. इजरायल ने, फिलिस्तीन और गाजा पट्टी (Gaza Patti) की सीमा से लगे इलाकों में रहने वाले अपने नागरिकों को घरों में रहने को कहा है. देश के ज्यादातर हिस्सों में सायरन की आवाज सुनाई दे रही है.
एक रिपोर्ट के मुताबिक हमास के चीफ मोहम्मद दाइफ़ ने इजरायल पर अटैक के बाद कहा कि ‘अब बहुत हो चुका. इजरायली कब्जाधारियों ने हमारे नागरिकों के खिलाफ सैकड़ों नरसंहार किए. उनपर जुल्म ढाए. हमने पहले ही दुश्मनों को चेतावनी दी थी, लेकिन वे नहीं माने. अब हम और बर्दाश्त नहीं करेंगे…’ हमास ने इजरायल के खिलाफ अपने ऑपरेशन को ‘अल अक्सा स्टॉर्म’ नाम दिया है.
आखिर क्या है हमास? (What is Hamas)
इजरायल से दुश्मनी मोल लेने वाला हमास फिलिस्तीन (Palestine) का एक इस्लामिक चरपंथी संगठन है. साल 1987 के जन-आंदोलन के दौरान शेख अहमद यासीन ने इस संगठन की नींव रखी थी. तब से अब तक हमास, फिलिस्तीनी इलाकों से इजरायल को हटाने के लिए लड़ाई लड़ रहा है. गाजा पट्टी से ऑपरेट होने वाला हमास, इजरायल को देश के तौर पर मान्यता नहीं देता है और इस पूरे इलाके में एक इस्लामी राष्ट्र की स्थापना करना चाहता है.
क्या कहता है हमास का चार्टर?स्थापना के एक साल बाद यानी साल 1988 में हमास का चार्टर बना. जिसमें इस संगठन के उद्देश्य के बारे में विस्तार से जानकारी है. इस चार्टर की प्रस्तावना में कहा गया है कि हमास, यहूदी समुदाय और इजरायल (Israel) को पूरी तरह खत्म करके ही दम लेगा. हमास के दो धड़े हैं. एक धड़े का वेस्ट बैंक और गाजा पट्टी के इलाके में दबदबा है. इस इलाके में तमाम स्कूल और अस्पताल बनवाए हैं. इजरायल के खिलाफ लड़ाई भी यहीं से ऑपरेट करता है.
दूसरे धड़े की नींव साल 2000 में रखी गई. इसकी शुरुआत के बाद से इजरायल के खिलाफ हमलों में बेतहाशा बढ़ोतरी हुई है. खासकर आत्मघाती हमले कई गुना बढ़े हैं.
हमास के पास कितने लड़ाके?
हमास के संगठन में कितने लड़ाके हैं, इसका ठीक-ठाक अंदाजा नहीं है. लेकिन हाल के दिनों में हमास की रैलियां में हजारों की संख्या में लोग इकट्ठा होते रहे हैं. खासकर नौजवानों की संख्या काफी है. कुछ रिपोर्ट्स में हमास के लड़ाकों की संख्या 50 हजार से अधिक बताई गई है. हमास में आंतरिक कलह की बातें भी सामने आती रही हैं. खासकर साल 1996 में जब हम हमास की तरफ से इजरायल में एक के बाद एक कई बम धमाके किये गए और 60 इजरायली नागरिकों की जान गई तो, एक धड़े ने इसकी खिलाफत की. लेकिन दूसरे धड़े ने तर्क दिया कि सशस्त्र लड़ाई जरूरी है.
कितना ताकतवर है हमास?
इजरायली सेना के मुकाबले हमास भले ही कमजोर नजर आता हो, लेकिन उसे नजरंदाज नहीं किया जा सकता है. BBC के मुताबिक हमास रॉकेट से लेकर मोर्टार और ड्रोन अटैक जैसी क्षमता से लैस है. हमास की एलीट यूनिट को कोर्नेट गाइडेड एंटी टैंक मिसाइलों का इस्तेमाल करते भी देखा गया है. यह संगठन ज्यादातर हथियारों का निर्माण गाजा पट्टी में ही करता है. इजरायल लगातार दावा करता रहा है कि हमास के पास हथियार बनाने की तकनीक ईरान से आई है.
इसराइल लगातार ‘कास्सम’ और ‘कुद्स 101’ मिसाइलों का जिक्र करता रहा है और कहता है कि हमास के पास इन दो मिसाइलों का ठीक-ठाक जखीरा है. ‘कास्सम’ मिसाइल 10 किलोमीटर की दूरी तक मार कर सकती है. जबकि ‘कुद्स 101’, 16 किलोमीटर तक मार सकती है.
आखिर कौन देता है हमास को फंड?
इजरायल का दावा है कि तमाम इस्लामिक मुल्क, हमास को फंडिंग करते हैं. सबसे बड़ा नाम कतर है. रिपोर्ट्स के मुताबिक अकेले कतर, हमास को 1.8 अरब डॉलर से ज्यादा की मदद दे चुका है. हमास के समर्थक दुनिया भर में हैं, और उसे ठीक-ठाक डोनेशन भी देते हैं.