आप प्रभारी का इंकार, कहा-अगली सूची जल्द
रायपुर, 1 अक्टूबर।
अंग्रेजी की वेबसाइट पर आई एक खबर से राजनीति हलकों में हलचल है। खबर में कहा गया कि छत्तीसगढ़ समेत 3 राज्यों में आम आदमी पार्टी प्रत्याशी नहीं उतारेगी।
यह भी कहा गया कि आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भाजपा विरोधी वोटों को बंटने से रोकने के लिए तीनों राज्य छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और राजस्थान में प्रत्याशी नहीं उतारने का फैसला लिया है। इस सिलसिले में कांग्रेस नेतृत्व को सूचित भी कर दिया है।
इस पूरे मामले पर छत्तीसगढ़ में आम आदमी पार्टी के प्रभारी और दिल्ली के विधायक संजीव झा से ‘छत्तीसगढ़’ ने बात की तो उन्होंने साफ तौर पर कहा कि ऐसा कोई फैसला नहीं लिया गया है। पार्टी दो-चार दिनों में प्रत्याशियों की दूसरी लिस्ट जारी कर देगी। झा ने इस खबर को आम आदमी पार्टी की विश्वसनीयता को खत्म करने की भाजपा की साजिश करार दिया।
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ में आम आदमी पार्टी ने 10 सीटों की प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर चुकी है। यह सूची उस वक्त आई जब कांग्रेस में प्रत्याशी चयन के लिए सीएम हाऊस में छानबीन समिति की बैठक चल रही थी। आप की सूची में सरकार के मंत्री मो. अकबर और जयसिंह अग्रवाल की विधानसभा सीट कवर्धा और कोरबा से भी प्रत्याशी घोषित किए गए हैं। आप के प्रदेश अध्यक्ष कोमल उपेंडी का नाम भानुप्रतापपुर सीट से घोषित किया गया। यही नहीं, मध्यप्रदेश की दस सीटों के लिए भी पार्टी ने प्रत्याशी घोषित किए थे।
यह भी पता चला है कि इंडिया-गठबंधन के तालमेल के लिए दूसरे घटक दल के नेता कोशिश कर रहे हैं। विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन शुरू होने में कुछ हफ्ते बाकी हैं। ऐसे में तालमेल के लिए कोशिश हो रही है। क्योंकि आम आदमी पार्टी चुनाव लड़ेगी तो जाहिर है कि बड़ा नुकसान कांग्रेस को ही होगा। इस पूरे मामले पर ‘छत्तीसगढ़’ ने कोमल उपेंडी से चर्चा की तो उनका कहना था कि वो अपने क्षेत्र में प्रचार कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर कुछ खबरें आई है लेकिन उनकी पार्टी के राष्ट्रीय नेताओं से बात नहीं हो पाई है। इसलिए इस मामले पर वो कुछ नहीं कह सकते हैं।
विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच तालमेल की अटकलें हफ्तों से चली आ रही हैं, दोनों पार्टी के बड़े नेताओं के बीच कुछ चर्चा भी हुई, लेकिन पंजाब और दिल्ली के नेता तालमेल के खिलाफ हैं। चुनाव तो पंजाब और दिल्ली में नहीं हो रहे, इसलिए आज जब एक खबर आई कि केजरीवाल ने यह तय कर लिया है कि दुश्मन नंबर 1 भाजपा को हराने के लिए वह छत्तीसगढ़, राजस्थान, और मध्यप्रदेश में उम्मीदवार नहीं उतारेगी, तो इस खबर पर छत्तीसगढ़ के आप नेताओं के पास कहने को कुछ नहीं था। और छत्तीसगढ़ के प्रभारी, आप के दिल्ली विधायक संजीव झा से इस बारे में मुश्किल से बात हो पाई। सुनें ‘छत्तीसगढ़’ अखबार के संपादक सुनील कुमार को।