देवास (dewas) जिले में निगरीय निकाय चुनावों में भाजपा की ऐतिहासिक जीत का बदला कांग्रेस (congress) ने सभी जनपदों में लिया। देवास जिला अंतर्गत आने वाली 6 जनपदों में से देवास, बागली, टोंकखुर्द,सोनकच्छ व खातेगांव जनपद में कांग्रेस समर्थित अध्यक्ष व उपाध्यक्ष निर्वाचित हुए है।
जिले में सोनकच्छ को छोड़ सभी जगह भाजपा विधायक है, परन्तु ग्रामीण क्षेत्रो में भाजपा के जनाधार वाले इलाकों में भी भाजपा प्रत्याशियों को हार का सामना करना पड़ा। बुधवार के बाद आज गुरुवार को तीनों जनपद पंचायत अध्यक्षों के परिणाम कांग्रेस के पक्ष में आए है, जबकि कल आए परिणाम में भी कांग्रेस ने 3 में से 2 जनपद पंचायत पर कब्जा किया था, साथ ही 1 पर निर्दलीय को सीट मिली थी, अब पूरे जिले में 6 जनपद में से 5 पर कांग्रेस के अध्यक्ष बने और 1 पर निर्दलीय और भाजपा ने अपना खाता ही नहीं खोल पाया है।
हालांकि कन्नौद में निर्विरोध जीते सावित्री बाई रेवाराम सारण को भाजपा ने अपना प्रत्याशी बता कर प्रचार किया। परन्तु कांग्रेस ने निर्दलीय को समर्थन देने की बात पर प्रत्याशी खड़ा नही किया था। हालांकि उपाध्यक्ष के चुनाव में कांग्रेस समर्थित प्रत्याशी को ही जीत मिली। कन्नौद के अध्यक्ष सावित्री बाईसावित्री बाई रेवाराम सारण रेवाराम सारण ने भी मीडिया से अपने आप को निर्दलीय बताया। हालांकि विजय जुलुश में भाजपा नेताओं व विधायक भी सम्मिलित हुए। इसी तरह सोनकच्छ जनपद पंचायत अध्यक्ष पद पर कांग्रेस उम्मीदवार सूरज सिंह ठाकुर जीते है। सूरज सिंह ठाकुर को 20 में से 13 मत प्राप्त हुए जबकि बीजेपी उम्मीदवार भूरी बाई भाटी को 6 मत प्राप्त हुए कुल 19 सदस्यों ने मतदान किया, एक प्रत्याशी वोट डालने नहीं आया। इसके बाद जनपद पंचायत टोकखुर्द पर भी कांग्रेस का कब्जा है।
कांग्रेस उम्मीदवार पोपसिंह सेधव जीते
पोपसिंह सेंधव को 13 जबकि बीजेपी उम्मीदवार सुरेंद्र सिंह गौड़ को 7 मत प्राप्त हुए
खातेगांव जनपद में कांग्रेस की सलिता मेराम धनवाड़े जीती
सलिता मेराम धनवाड़े ने 23 मे से 12 मत प्राप्त किए।
वही परिणाम आने के बाद पूर्व मंत्री व कांग्रेस के दिग्गज नेता सज्जन सिंह वर्मा ने ट्वीट कर भाजपा पर निशाना साधते हुए भाजपा मुक्त प्रदेश के शुरुआत की बात कही।