डैकती के दौरान रेप करता था कदीम खान, विरोध पर कर देता था हत्या: 200+ मर्डर करने वाला छैमार गिरोह का सरगना गिरफ्तार
पकड़ा गया छैमार गिरोह का सरगना फाती उर्फ कदीम
उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में आतंक का पर्याय बन चुके छैमार गिरोह के सरगना फाती उर्फ कदीम उर्फ अशद खान को बुधवार (11 अगस्त 2021) को यूपी एसटीएफ की आगरा इकाई ने टीपी नगर से गिरफ्तार कर लिया। कन्नौज के तिर्वा थाना क्षेत्र के बिनौरा गाँव का रहने वाला अशद खान वर्तमान में हापुड़ के थाना गढ़ के दौतई गाँव में रह रहा था।
छैमार गिरोह दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, बिहार, मध्य प्रदेश में दर्जनों वारदातों को अंजाम दे चुका है। उसने एसटीएफ को पूछताछ में बताया है कि उसे खुद नहीं मालूम कि उसके कितने नाम हैं औऱ उसने कितनी हत्याएँ की हैं। उसके फाती उर्फ कदीम उर्फ अशद खान उर्फ पहलवान उर्फ बबलू उर्फ मोनिस आदि नाम हैं। एसटीएफ को शुरुआती पूछताछ में पता चला है कि उसके खिलाफ 15 मुकदमे दर्ज हैं। इसमें आधा दर्जन मामले डकैती के दौरान हत्या के हैं। इसके अलावा, उसके 12 नामों का भी पता चला है।
रिपोर्ट के मुताबिक, उसे साल 2016 में एसटीएफ की लखनऊ इकाई ने गिरफ्तार किया था। हालाँकि, बाद में वह फर्जी जमानतदारों के सहारे जेल से बाहर आया और फरार हो गया। उसके खिलाफ उत्तर प्रदेश के जौनपुर में गैंगस्टर एक्ट के तहत केस दर्ज है औऱ उस पर 25,000 रुपए का इनाम भी है।
कैसे देता था वारदात को अंजाम
छैमार गिरोह के सरगना फाती ने एसटीएफ को बताया है कि उसका गिरोह बहुत ही संगठित तरीके से वारदात को अंजाम देता था। जिस भी शहर में उसे डकैती करनी होती थी तो उस इलाके में ये महिलाओं से भिखारी का वेश बनाकर रेकी करवाते थे और बाद में वारदात को अंजाम देते थे।
यह गैंग जिस घर को निशाना बनाता था वहाँ डकैती, हत्या और रेप की वारदात को अंजाम देता था। वारदात को अंजाम देते वक्त अगर कोई विरोध करता था तो ये उसकी हत्या कर देते थे। वारदात के साथ गिरोह राज्य तक बदल देता था। गैंग का सरगना खुद भी कई हत्याएँ कर चुका है।
इंस्पेक्टर उदय प्रताप सिंह के मुताबिक, 1997 में राजस्थान में इस गिरोह ने 7 लोगों की हत्याएँ की थी, जिसमें 2 बच्चे भी शामिल थे। एसटीएफ ने खुलासा किया है कि यह गिरोह अब तक 200 लोगों की हत्याएँ कर चुका है। फाती ने दावा किया है कि वो केवल 15 दिनों में ही अपना गिरोह फिर से तैयार कर सकता है।
छैमार गिरोह दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, बिहार, हरियाणा, झारखंड में सैकड़ों वारदातों को अंजाम दे चुका है। इसकी खास बात यह है कि यह गिरोह जहाँ भी जाता है वहाँ का फर्जी आधार कार्ड, वोटर कार्ड बनवा लेता है।
इससे पहले 27/2/2020 को
छैमार गैंग, डकैती के साथ जो करें छह हत्या वहीं गिरोह का मुखिया
– चोरी, डकैती, हत्या के कई मामले हैं दर्ज
जयपुर. चोरी-डकैती की वारदात में हत्या करने वाली यूपी के कुख्यात छैमार गिरोह के चार बदमाशों को जयपुर पुलिस ने पकड़ा है। मालपुरा गेट थाना पुलिस को मंगलवार रात को मुखबिर से सूचना मिली थी कि कुछ लोग जयपुर-सवाईमाधोपुर रेलवे ट्रेक के पास वारदात की फिराक में छुपे हुए हैं। पुलिस टीम ने संदिग्धों को घेर लिया। इस दौरान एक बदमाश अंधेरे का फायदा उठाकर भाग निकला। पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ में सामने आया कि वह दुसाद नगर में रहने वाले एक कपड़ा व्यवसायी के घर पर डकैती डालने की योजना बना रहे थे। आरोपियों के पास से दो देसी कट्टे व 5 जिंदा कारतूस भी बरामद किए हैं।
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अशोक गुप्ता ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी कन्नौज हाल प्रताप नगर निवासी शकूर शाह (58), उस्मान शाह (32), महफूज आलम उर्फ लुकमान उर्फ आले नबी (30) और रिजवान उर्फ चौधरी (43) है। यह यूपी के कुख्यात छैमार गिरोह के हैं, इन्होंने चोरी-डकैती व हत्या की कई वारदात स्वीकार की है।
जो छह हत्या करें, वो छैमार का मुखिया
यहां भी यह चोरी-डकैती के दुस्साहस से घूसते हैं और किसी की जाग हो जाती है तो उसके सिर पर वार करके हत्या कर देते हैं। गिरोह में प्रचलित है कि जो व्यक्ति डकैती के साथ छह हत्याएं कर चुका हो वह गिरोह का उस्ताद बन जाता है। पकड़े गए गिरोह में शकूर मुखिया था। इन्होंने अनगिनत वारदात है, जिनकी पुलिस तस्दीक कर रही है। इन्होंने यूपी, बिहार, दिल्ली, राजस्थान सहित कई राज्यों में वारदात की है।
भरतपुर में वारदात कर यहां पहुंचे
करीब एक साल पहले भरतपुर में 4-5 जगह चोरी-डकैती के साथ ही तीन हत्याएं हुई थी। तब इस गिरोह का नाम सामने आया था। पुलिस ने गिरोह के कई लोगों को धौलपुर, अलवर से पकड़ा था। तब शकूर व इसके कई साथी महेंदीपुर बालाजी के पास आकर छुप गए। करीब छह महीने पहले यह प्रताप नगर रामनगरिया में घुमंतू के रूप में डेरा डालकर रहने लगे।
यह वारदात कबूली
– करीब 15 दिन पहले तालेड़ा के पास बूंदी में चोरी
– आठ महीने पहले टोडा भीम में भैसा गांव में चोरी
– 10 माह पहले अलवर के सहजपुर गांव में चोरी
– एक साल पहले भरतपुर में 4-5 चोरी डकैती व तीन हत्या
– यूपी के मीरगंज में पांच साल पहले एक महात्मा की हत्या
– जहानगंज के भडोसा व जरारी गांव में दो साल पहले हत्या व डकैती
– यूपी के बसोली, सरोली, सहसवास, भवानीपुर, अनजनी, कन्नौज, ऐटा, बरेली में दर्जनों चोरियां
एक ही परिवार के
थानाधिकारी नेमीचंद ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी उस्मान व महफूज दोनों ही शकूर के बेटे है। यह कुछ सालों से वारदात करने लगे हैं। पुलिस की दबिश के दौरान मुबीन उर्फ मुमीन फरार हो गया। उसके विरुद्ध भी कई मामले दर्ज हैं। मुबीन के विरुद्ध बरेली में 50 हजार और भरतपुर में दो हजार रुपए का इनाम घोषित है। गिरफ्तार आरोपियों के पास से दो देसी कट्टे, पांच जिंदा कारतूस, लोहे का सरिया व लकड़ी का डंडा बरामद किया है।
इसलिए छैमार कहलाता है यह गैंग, ये है गिरफ्तार सात बदमाश
गिरोह का सरदार वह बदमाश बनता है जो कम से कम 6 लोगों की हत्या कर चुका हो, इसलिए इस गिरोह को छैमार गिरोह कहते हैं। संयुक्त टीम द्वारा गिरफ्तार फकीर छैमार जाति के बदमाश:-
1. अजमल शाह पुत्र नासिर (25) निवासी फकीरपुरा थाना इन्दरगढ कन्नौज
2. आरिफ पुत्र वकार (25) निवासी भोजपुर थाना भोजपुर,मुरादाबाद
3. नाजिम पुत्र हारून (25) निवासी सिरौली थाना सिरौली जिला बरेली
4. हारून पुत्र निजामुदीन (45) निवासी पितौंजा थाना जहानगंज जिला फर्रूखाबाद
5. ईसुब पुत्र नूर मोहम्मद (50) निवासी मकनपुर थाना भल्लावर जिला कानपुर
6. नदीम पुत्र मोहम्मद इकराम (19) निवासी भोजपुर थाना भोजपुर जिला मुरादाबाद
7. नाजिम पुत्र हामिद (28) निवासी उसैद थाना उसैद जिला बदायूं