Saturday, December 21, 2024
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नीता अंबानी के नाम से फर्जी खबर उड़ा दी,बेचारे छात्र धरना देते रहे,

नीता अंबानी बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी(BHU) में विजिटिंग प्रोफेसर नहीं बनने जा रही हैं। रिलायंस इंड्रस्टीज लिमिटेड के प्रवक्‍ता ने इस खबर को झूठा(FAKE) बताया है। बता दें कि विश्वविद्यालय में नीता अंबानी को विजटिंग प्रोफेसर बनाए जाने के खिलाफ मंगलवार को छात्र वीसी आवास के बाहर धरने पर बैठ गए थे। विवाद को बढ़ता देख, अब रिलायंस इंड्रस्टीज की ओर से मामले में सफाई दी है।

रिलायंस इंड्रस्टीज के प्रवक्‍ता ने कहा, ‘नीता अंबानी को बीएचयू में विजिटिंग प्रोफेसर बनाए जाने की खबर झूठी हैं। उन्‍हें बीएचयू की ओर से ऐसा कोई प्रस्‍ताव नहीं मिला है।’

दअरसल, बीते दिनों रिलायंस फाउंडेशन की अध्यक्ष और रिलायंस इंडस्ट्रीज की कार्यकारी निदेशक नीता अंबानी को बीएचयू में महिला अध्ययन का पाठ पढ़ाने का दायित्‍व देने की तैयारी शुरू की गई थी। ऐसी खबर भी समने आई कि नीता अंबानी को बीएचयू के महिला अध्ययन और विकास केंद्र में विजिटिंग प्रोफेसर बनाने का प्रस्ताव भी भेजा जा चुका है। बीएचयू के सामाजिक विज्ञान संकाय की ओर से 12 मार्च को यह प्रस्ताव दिया गया। उन्हें बनारस सहित पूर्वांचल में महिलाओं का जीवनस्तर सुधारने के लिए बीएचयू में शिक्षण प्रशिक्षण से जुडऩे का आग्रह किया गया था। हालांकि, रिलायंस इंडस्‍ट्री की ओर से अब यह साफ कर दिया गया है कि नीता अंबानी को बीएचयू की तरफ से ऐसा कोई प्रस्‍ताव नहीं मिला है।

फर्जी खबर उड़ी और छात्र नेताओं ने लपकी

BHU में नीता अंबानी को विजिटिंग प्रोफेसर बनाने के प्रस्ताव का विरोध, कुलपति के घर के बाहर प्रदर्शन

नीता अंबानी को बीएचयू का विजिटिंग प्रोफेसर नियुक्ति किए जाने का छात्रों ने विरोध किया है। मंगलवार को परिसर में कुलपति राकेश भटनागर के आवास के बाहर 40 से अधिक छात्रों के एक समूह ने विरोध प्रदर्शन किया और एक ज्ञापन सौंपा।

 

नीता अंबानी को विजिटिंग प्रोफेसर बनाने का बीएचयू के छात्रों ने विरोध किया है।

अरबपति उद्योगपति मुकेश अंबानी की पत्नी नीता अंबानी को बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) का विजिटिंग प्रोफेसर नियुक्ति किए जाने का छात्रों ने विरोध किया है। छात्र कुलपति आवास का घेराव कर मंगलवार को धरने पर बैठ गए। छात्रों का आरोप है कि इससे विश्वविद्यालय द्वारा “गलत उदाहरण” सैट किया जा रहा है। छात्रों का आरोप है कि विश्वविद्यालय के लोग सरकार के इशारे पर पूंजीपतियों के हाथ में इस विश्वविद्यालय को सौंपने की षड्यंत्र कर रहे हैं।

मंगलवार को परिसर में कुलपति राकेश भटनागर के आवास के बाहर 40 से अधिक छात्रों के एक समूह ने विरोध प्रदर्शन किया और एक ज्ञापन सौंपा। हाल ही में, विश्वविद्यालय के सामाजिक विज्ञान फैकल्टी ने रिलायंस फाउंडेशन को एक प्रस्ताव भेजा था, जिसमें नीता अंबानी को उनके महिला अध्ययन केंद्र में विजिटिंग प्रोफेसर के रूप में शामिल होने के लिए कहा गया था। सामाजिक विज्ञान फैकल्टी के महिला अध्ययन केंद्र को तक़रीबन दो दशक पहले स्थापित किया गया था और यहां पर विज़िटिंग प्रोफ़ेसर के तीन पद हैं।

अभी प्रस्ताव केवल नीता अंबानी को भेजा गया है, अधिकारियों ने पुष्टि की कि बाकी दो विजिटिंग फैकल्टी पदों के लिए जिन अन्य नामों पर विचार किया गया है, वे अरबपति उद्योगपति गौतम अडानी की पत्नी प्रीति अदानी और स्टील टाइकून लक्ष्मी मित्तल की पत्नी उषा मित्तल हैं।

सामाजिक विज्ञान संकाय के डीन कौशल किशोर मिश्रा ने कहा “हम स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों के साथ-साथ महिला सशक्तिकरण से संबंधित शैक्षणिक और शोध कार्य करते हैं। परोपकारी उद्योगपतियों को शामिल करने की बीएचयू की परंपरा को ध्यान में रखते हुए हमने रिलायंस फाउंडेशन को एक पत्र भेजा जिसमें नीता अंबानी को महिला अध्ययन केंद्र में एक विजिटिंग प्रोफेसर के रूप में शामिल होने के लिए कहा गया ताकि हम उनके अनुभव से लाभ उठा सकें।”

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