इकाई,दहाई ,सैंकड़ा,हज़ार…..,गिनती का यही तरीका होता है,यदि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का मुख्य सेनापति आज मान रहा है कि दहाई पार नही कर पायेगी भाजपा आज की स्थिति में तो सोचिये ये सुनामी चुनाव आते आते कहाँ पहुंचेगी,भाजपा राष्ट्रीय महासचिव और पश्चिम बंगाल प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने कहा।आज दिनाक को 99 सीट देने वाले प्रशांत किशोर की बात को ममता दीदी को समझना चाहिए।
पश्चिम बंगाल में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए बयानों का पारा चढ़ने लगा है। शुभेंदु अधिकारी समेत टीएमसी के कई नेताओं के अमित शाह के दौरे के दौरान बीजेपी में शामिल होने के बाद चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने दावा किया है कि बंगाल में भाजपा दहाई के आंकड़े के लिए भी संघर्ष करती दिखेगी। इतना ही नहीं, उन्होंने ऐलान किया है कि अगर भाजपा दहाई का आंकड़ा पार करती है तो वह यह ‘स्पेस’ छोड़ देंगे। उन्होंने ट्वीट में यह नहीं बताया था ‘स्पेस’ से उनका आशय किससे है, लेकिन I-Pac के एक टॉप अधिकारी ने कहा कि प्रशांत किशोर कहना चाहते हैं कि वह चुनावी रणनीतिकार का काम छोड़ देंगे।
गौरतलब है कि पिछले लोकसभा चुनाव में बंगाल में बीजेपी के 18 सीटों पर जीत दर्ज करने के बाद ममता बनर्जी ने प्रशांत किशोर की कंपनी I-Pac को हायर किया। बीजेपी में शामिल होने वाले तृणमूल कांग्रेस के ज्यादातर नेताओं ने प्रशांत किशोर की कार्यशैली की आोलचना की है। प्रशांत किशोर का दावा इस लिहाज से महत्वपूर्ण है क्योंकि अमित शाह पहले ही कह चुके हैं कि उनकी पार्टी बंगाल विधानसभा के अगले चुनाव में 200 से ज्यादा सीटें लाकर सरकार बनाएगी।
दूसरी तरफ, बीजेपी ने प्रशांत किशोर को भाड़े का सिपाही बताते हुए उनके ट्वीट पर चुटकी लेते हुए कहा है कि वह अपने एम्पलॉयर (ममता बनर्जी) को खुश करने की कोशिश कर रहे हैं। बंगाल बीजेपी के उपाध्यक्ष जय प्रकाश मजूमदार ने कहा कि प्रशांत किशोर को तृणमूल कांग्रेस की नैया पार लगाने के लिए काफी अच्छी कीमत मिली है और ऐसे में अपनी क्षमता पर उठ रहे सवालों को दबाने के लिए प्रशांत किशोर ने यह ट्वीट किया है। बीजेपी ने कहा कि प्रशांत किशोर ने यह भी साफ नहीं किया है कि वह कौन-सा स्पेस छोड़ देंगे।
पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव में अभी भले ही चार महीने का वक्त हो, लेकिन जिस तरह सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस (टीएमस) और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के बीच जंग तेज हो चुकी है उससे किसी को भ्रम हो सकता है कि जैसे चार दिन बाद ही मतदान है। बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष और गृहमंत्री अमित शाह दो दिन के दौरे के बाद जहां एक बार फिर 200 से अधिक सीटें जीतकर बंगाल में ममता बनर्जी की सरकार को उखाड़ फेंकने का दावा किया है तो दूसरी तरफ टीएमसी के रणनीतिकार और शुभेंदु अधिकारी सहित कई नेताओं की नाराजगी के पीछे वजह बताए जा रहे प्रशांत किशोर ने भविष्यवाणी की है कि बीजेपी दहाई अंक को पार नहीं कर पाएगी। उन्होंने यहां तक कह दिया है कि यदि बीजेपी इससे अधिक सीटें जीत लेती है तो वह चुनावी रणनीतिकार का काम छोड़ देंगे।
हालांकि, राजनीतिक जानकार अब प्रशांत किशोर के इस दावे को टीएमसी की आधी हार और बीजेपी की आधी जीत स्वीकार करने वाला बता रहे हैं। वह इसलिए कि प्रशांत किशोर ने कहा है कि बीजेपी को दहाई का अंक पार करने में संघर्ष करना पड़ेगा, यानी उनके बयान का यह भी मतलब हुआ की बीजेपी अधिकतम 99 सीटें जीत सकती है। 294 सीटों वाली विधानसभा में बहुमत के लिए 148 सीटें की आवश्यकता होती। इस लिहाज से बीजेपी को सत्ता में आने के लिए 49 और सीटों की जरूरत होगी। दूसरी तरफ बीजेपी का दावा 200 सीटों का है। अब यदि प्रशांत किशोर की ओर से दिए गए अधिकतम आंकड़े से तुलना करें तो पीके मान रहे हैं कि बीजेपी 50 फीसदी लक्ष्य हासिल कर सकती है।
वरिष्ठ पत्रकार सतीश के. सिंह प्रशांत किशोर के दावे को दोनों पार्टी की ओर से चल रही माइंडगेम का हिस्सा बताते हैं। उन्होंने कहा, ”असल में बीजेपी ने बंगाल को जीतने के लिए पूरा जोर लगा दिया है। पार्टी यहां युद्धस्तर पर लड़ती दिख रही है। मुख्य मुकाबला टीएमसी और बीजेपी के बीच ही है और दोनों ही पार्टियां इस समय मनोवैज्ञानिक रूप से एक दूसरे को कमजोर करने की कोशिश में हैं। एक दूसरे के नेताओं को तोड़ना भी इसी का हिस्सा है।”
2019 लोकसभा चुनाव के नतीजे क्या कहते हैं?
2019 लोकसभा चुनाव नतीजों को यदि विधानसभा सीटों में परिवर्तित करके देखा जाए तो टीएमसी के पास बढ़त जरूर है, लेकिन मौजूदा समय में राज्य में महज 2 विधायकों वाली पार्टी बीजेपी 116 सीटों पर बढ़त में थी। पिछले साल लोकसभा चुनाव में बीजेपी को यहां 42 में से 18 सीटों पर जीत हासिल हुई थी। इस नतीजे ने अधिकतर जानकारों को हैरान कर दिया था।
‘नेताओं वाली बयानबाजी’
वरिष्ठ पत्रकार श्रवण शुक्ला कहते हैं कि बंगाल में जो हालात हैं, वहां की राजनीतिक पूरी तरह अलग है। बीजेपी सत्ता परिवर्तन कर देगी यह विश्वास के साथ कहना मुश्किल है। हालांकि, पीके की ओर से इस तरह का दिया गया बयान भी हैरान करने वाला है, क्योंकि वह चुनावी रणनीतिकार हैं, यानी उनका काम पर्दे के पीछे है। लेकिन वह नेता की तरह बयानबाजी कर रहे हैं।
शुभेंदु अधिकारी समेत टीएमसी के कई नेताओं के अमित शाह के दौरे के दौरान बीजेपी में शामिल होने के बाद चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने दावा किया है कि बंगाल में भाजपा दहाई के आंकड़े के लिए भी संघर्ष करती दिखेगी। इतना ही नहीं, उन्होंने ऐलान किया है कि अगर भाजपा दहाई का आंकड़ा पार करती है तो वह यह ‘स्पेस’ छोड़ देंगे। उन्होंने ट्वीट में यह नहीं बताया था ‘स्पेस’ से उनका आशय किससे है, लेकिन I-Pac के एक टॉप अधिकारी ने कहा कि प्रशांत किशोर कहना चाहते हैं कि वह चुनावी रणनीतिकार का काम छोड़ देंगे। गौरतलब है कि पिछले लोकसभा चुनाव में बंगाल में बीजेपी के 18 सीटों पर जीत दर्ज करने के बाद ममता बनर्जी ने प्रशांत किशोर की कंपनी I-Pac को हायर किया।