मुनव्वर राना ने बिहार विधानसभा चुनाव के परिणाम सामने आने के बाद फिर से तीखी टिप्पणी की है। दरअसल, बिहार में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) ने पांच सीटों पर जीत दर्ज की है। इसके बाद एआईएमआईएम (AIMIM) चीफ असुद्दीन ओवैसी पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में उतरने की तैयारियों में जुट गए हैं। वहीं, मुनव्वर राना ने बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा कि मुसलमानों! तुम्हे औवैसी की जीत और बिहार की हार मुबारक हो। मैं तो शायर हूं मेरी बात कहां मानोगे, तुमने झुठला दिए दुनिया में पयम्बर कितने।
एनबीटी ऑनलाइन की ओर से हिमांशु तिवारी ने मुनव्वर राना से बात की है। इस दौरान उन्होंने कहा कि बिहार हार गए, बंगाल भी हारेंगे…फिर 2022 से पहले-पहले हिंदू राष्ट्र घोषित कर दिया जाएगा।
मुनव्वर राना ने कहा, ‘मुझे दुख यह हुआ कि दुनिया की जहीन कौम मानते हैं मुसलमान। कहा जाता है कि मैं कुरान पढ़ता हूं, यह करता हूं, वह करता हूं। मालूम हुआ कि ये ओवैसी जो सुअर…है, यह पांच सीट राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) की नेता तेजस्वी यादव से मांग लेता तो मिल जाती।
आपको फायदा पहुंचाना है भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को। 15 हजार करोड़ रुपये की संपत्ति खड़ी है, इन लोगों को सड़क पर घूमते देखा है हमने, इनके बाप को। यह अंपायर कहां से खड़ा हो गया। एक शेर है कि हमारा सानिहा ये है कि हर दौर-ए-हुकूमत में शिकारी के लिए जंगल में हम हांका लगाते हैं। ये ओवैसी जैसे लोग हैं, ये डॉक्टर अय्यूब जैसे लोग हैं जो मुसलमानों का हांका लगाते हैं, फिर भारतीय जनता पार्टी उनका शिकार करती है।’
तेजस्वी से इतनी करीबी के सवाल पर मुनव्वर राना कहते हैं, ‘मेरा मतलब यह है कि वहां एक सेक्युलर हुकूमत बननी चाहिए थी। जंग इस बात की है। मैं आपको यह भी बता दूं कि बिहार निकल गया है। बंगाल में भी वह यही करेगा। अखिलेश यादव यहां ऑफर भी करें तो वह नहीं मानेगा। दरअसल, 15 हजार करोड़ रुपये की हैसियत है। पुराने हैदराबाद में जितने तालाब थे उन्हें पटवाकर इसने इमारतें बनवा दीं। अभी जब बाढ़ आई तो लोग यही कह रहे थे कि जब पानी को उसका घर नहीं मिलेगा तो वह सड़कों पर ही बहेगा। यह मजाफाती गुंडा होता है, वैसी हैसियत थी। अभी किस्मत ऐसी कि आजम खां भी नहीं है, कोई नहीं तो यह जो कहता है उसे बेवकूफ किस्म के जाहिल मुसलमान सोचते हैं कि वह जैसा कहेंगे यह वैसा कर देगा। ऐसा कहीं हो सकता है। बिहार हार गए, बंगाल भी हारेंगे…2022 से पहले-पहले हिंदुस्तान को हिंदू राष्ट्र घोषित कर दिया जाएगा।’