मुख्तार अंसारी के करीबी आलम सिद्दीकी के अवैध शम्मे हुसैनी हास्पिटल व ट्रामा सेंटर शनिवार की सुबह ढहा दिया गयाा। एनजीटी के नियमों का उल्लंघन कर गंगा की जमीन पर बनाए गए हॉस्पिटल को प्रशासन और पुलिस ने बुलडोजर चलाया । कार्रवाई के बाद हड़कंप मच गया और अब मुख्तार से जुड़े अन्य लोगों को भी कार्रवाई का डर सताने लगाlइससे पहले 191-आईएस गैंग का मुखिया मुख्तार के करीबी और मददगार परिवार आजम सिद्दीकी और डाक्टर शादाब सिद्दीकी समेत परिवार के 17 शस्त्र लाइसेंस निलंबित हो चुके हैं। उप जिलाधिकारी सदर ने बीते आठ अक्टूबर को ही आदेश जारी किया था।
मुख्तार अंसारी के सहयोगियों की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रहीं। बरबराहना निवासी आजम सिद्दीकी और डाक्टर शादाब सिद्दीकी के गंगा किनारे बने अस्पताल शम्मे हुसैनी में जिलाधिकारी की जांच कमेटी ने बड़े पैमाने पर निर्माण को अवैध पाया था। आठ अक्तूबर को मामले में जांच के बाद एसडीएम कोर्ट ने आदेश को शम्मैहुसैनी हास्पिटल पर नोटिस चस्पा कर संचालक को स्वतः ध्वस्त करने के लिए एक सप्ताह का समय दिया गया है। शम्मे हुसैनी हास्पिटल व ट्रामा सेंटर को ध्वस्त करने के विरोध में कॉलेज संचालक ने जिलाधिकारी कोर्ट में आवेदन दाखिल कियाl डीएम की अध्यक्षता में बने बोर्ड ने कॉलेज की दलीलों को ठुकराते हुए कार्रवाई की बात कहीl इसके बाद सुबह 9 बजे पुलिस और प्रशासन की टीम में बुलडोजर जेसीबी लेकर पहुंच गई और कॉलेज की दीवार समेत सभी कक्ष ध्वस्त कर दिए। आजम सिद्दीकी और डाक्टर शादाब सिद्दीकी के मुख्तार से संबंधों और कायोें में शामिल हाेने के सबूत तलाशे जा रहे हैं।
UP पुलिस का बुलडोजर, गंगा किनारे ₹70Cr में बनाया था अवैध अस्पताल
यूपी पुलिस का बुलडोजर चलना जारी है। ताज़ा मामला गाजीपुर का है, जहाँ पंजाब के जेल में बंद विधायक मुख़्तार अंसारी के करीबी आजम कादरी के अस्पताल सहित अवैध सम्पत्तियों को ध्वस्त किया गया। वहाँ स्थित उसकी ‘शम्म-ए-हुसैनी हॉस्पिटल एंड ट्रामा सेंटर’ अस्पताल को बुलडोजर की मदद से धूल में मिला दिया गया, जो अवैध रूप से कब्ज़ा की गई ज़मीन पर बनी हुई थी।
एसडीएम सहित कई थानों की पुलिस सुबह से ही मौजूद थी और अंततः शनिवार (अक्टूबर 24, 2020) को दोपहर तक इसे ध्वस्त कर दिया गया। पूरा जिला प्रशासन इस दौरान इस कार्रवाई के लिए मुस्तैद रहा। मुख़्तार अंसारी के करीबी आजम ने हमीद सेतु के पास व गंगा के ठीक किनारे इस अस्पताल को बनवाया हुआ था। इस काम में एक पोकलेन और दो जेसीबी लगाए गए। 10 थानों की पुलिस की मौजूदगी में मुख़्तार अंसारी के करीबी के अस्पताल को बुलडोजर से ध्वस्त करने की कार्रवाई हुई।
प्रशासन ने कई बार इस इमारत को लेकर नोटिस जारी की थी, जिसे सभी नियम-कायदों को ताक पर रख कर बनाया गया था। बीते 8 अक्टूबर को ही इसे ध्वस्त करने का आदेश एसडीएम द्वारा जारी कर दिया गया था। लेकिन, अस्पताल के संचालक ने हाईकोर्ट और फिर अदालत के कहने पर डीएम के पास अर्जी देकर इसे रोकवाने की कोशिश की। शुक्रवार को हुई सुनवाई के दौरान प्रशासन ने सभी अपीलों को ख़ारिज कर दिया।
इसके बाद ही मुख़्तार अंसारी के गैंग में खलबली मच गई और रातोंरात वहाँ से सारे मरीजों को हटा दिया गया। सुबह तक वो लोग अस्पताल में से सारे सामानों को शिफ्ट करने और उसे खाली करने में लगे हुए थे। पूरी तरह सामान खाली करने का मौका दिया गया और फिर ध्वस्तीकरण की प्रक्रिया शुरू की गई। ‘दैनिक जागरण’ के अनुसार, एक आँकड़ा दिया गया है कि इस इमारत को बनवाने में और पूरे सेटअप में 70-80 करोड़ रुपए लागत आयी होगी।
उधर सीजेएम कोर्ट ने मऊ स्थित दक्षिणटोला थाने में जालसाजी और आर्म्स एक्ट के मामले में नामजद किए गए विधायक मुख्तार अंसारी को उनके अधिवक्ता दारोगा सिंह की अर्जी पर दो नवम्बर 2, 2020 को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश होने को मंजूरी दी है। सुनवाई में उपस्थित न रहने की उसकी माँग ठुकरा दी गई। मुख़्तार अंसारी 2017 में मऊ से 5वीं बार विधायक बने मुख़्तार अंसारी ने 2 बार बसपा, 2 बार निर्दलीय और 1 बार अपने भाई की पार्टी ‘कौमी एकता दल’ से जीत दर्ज की है।
इससे पहले माफिया मुख्तार अंसारी को पंजाब के रोपड़ जेल से उत्तर प्रदेश वापस लाने गई यूपी पुलिस को खाली हाथ लौटना पड़ा था। पंजाब पहुँचकर यूपी पुलिस को बताया गया था कि अंसारी को डॉक्टर ने 3 माह का बेड रेस्ट कहा है। यूपी पुलिस उसे एमपी/एमएलए कोर्ट में पेश करना चाहती थी।
माफियाओं पर लगातार एक्शन जारी है. पूर्वांचल में आतंक का पर्याय माने जाने वाले अतीक अहमद और मुख्तार अंसारी गैंग (Atiq Ahmed and Mukhtar Ansari) पर ताबड़तोड़ कार्रवाई के करके इनकी दहशत की कमर तोड़ दी है. इसी कड़ी में शुक्रवार को अतीक अहमद के करीबी और भू माफिया जावेद अहमद उर्फ पप्पू गंजिया (Javed Ahmed aka Pappu Ganjia) के फॉर्म हाउस पर प्रयागराज विकास प्राधिकरण (PDA) का बुलडोजर चला है. करोड़ों की लागत से नैनी के गंजिया में ढाई बीघे में बने फॉर्म हाउस को जमींदोज कर दिया गया. सपा नेता ने पीडीए से बगैर नक्शा स्वीकृत कराए अवैध निर्माण कराया था.
बताया जा रहा है कि अतीक अहमद के गुर्गे जावेद अहमद ने पीडीए की परमिशन लिए बिना, खुद ही फार्म हाउस का नक्शा पास करा कर अवैध निर्माण किया. इसके साथ ही, फार्म हाउस की जमीन के अवैध कब्जे की भी जांच अलग से होगी. जावेद अहमद उर्फ पप्पू गंजिया नैनी थाने का हिस्ट्रीशीटर है. पप्पू गंजिया पर नैनी समेत कई थानों में 20 से अधिक आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं. पप्पू गंजिया को हाल ही में प्रयागराज प्रशासन ने भू माफिया घोषित किया है. वो नैनी इलाके का पार्षद भी रह चुका है. पप्पू गंजिया माफिया अतीक अहमद और सपा के एक कद्दावर नेता का करीबी है.
बता दें कि योगी सरकार की ताबड़तोड़ कार्रवाई के चलते मुख्तार अंसारी के बाद अब अतीक अहमद को भी उत्तर प्रदेश आने से डर लग रहा है. अब पेशी पर गुजरात से यूपी लाने पर बाहुबली को अपनी जान का खतरा सता रहा है. बाहुबली को डर है कि रास्ते में कहीं उसकी गाड़ी न पलट जाए. अतीक अहमद को को डर है कि कहीं रास्ते में ही उसकी हत्या न कर कर दी जाये. इसीलिए बाहुबली ने अपने वकीलों के जरिए वीडियो कॉफ्रेंसिंग से मुकदमें की सुनवाई की अर्जी दाखिल की है. बाहुबली सुप्रीम कोर्ट के 23 अप्रैल 2019 के आदेश से गुजरात के अहमदाबाद जेल में बंद है, लेकिन बाहुबली ने अपनी जान को खतरा बताया है. उसने अपने राजनीतिक विरोधियों और पुलिस के आला अधिकारियों पर ही अपनी हत्या की साजिश रचने का भी आरोप लगाया है. बाहुबली ने अर्जी में गुजरात के अहमदाबाद से प्रयागराज के बीच 1450 किलोमीटर की दूरी का हवाला देते हुए भी प्रयागराज के एमपीएमएलए स्पेशल कोर्ट में चल रहे मुकदमों में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सुनवाई की मांग की. इतना ही नहीं बाहुबली गुजरात की जेल में कई गम्भीर बीमारियों की चपेट में भी आ गया है.