देवास मध्य प्रदेश में देवास जिले के अंतिम छोर पर स्थित नेमावर में एक खेत से आदिवासी परिवार के पांच लोगों के नरकंकाल मिले हैं। शवों को खेत में 8-10 पीट गड्ढा कर दफनाया गया था। पुलिस के मुताबिक परिवार के पांचों सदस्य पिछले 48 दिनों से लापता थे। पुलिस ने मामले में 4-5 लोगों को हिरासत में लिया है। जिन लोगों के नरकंकाल मिले हैं, उनमें चार महिलाएं और एक बच्चा शामिल है। ये सभी 13 मई की रात को अपने घर से बिना बताए गायब हो गए थे। मंगलवार को इनके शव सुरेंद्र ठाकुर के खेत से बरामद किए गए। नेमावर थाना के प्रभारी अविनाश सिंह सेंगर से मिली जानकारी के अनुसार कुछ दिन पहले ही आदिवासी समुदाय के एक परिवार के गायब होने की सूचना दर्ज की गई थी। लापता आदिवासी परिवार के पांचों लोगों के कंकाल 8 फीट गहरे गड्ढे में से निकाले गए हैं। उन्होंने जल्द ही पूरे मामले के खुलासे का दावा भी किया है। जानकारी के मुताबिक मृतकों में शामिल एक युवती का गांव के एक दबंग के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था। युवती उस पर शादी के लिए दबाव बना रही थी। आशंका है कि राज छिपाने के लिए उसी ने पांचों की हत्या कर दी। पुलिस ने अभी नहीं बताया, लेकिन माना जा रहा है कि हत्याकांड के मुख्य आरोपी का पता पुलिस को चल चुका है।
MP के देवास में मिले 5 नरकंकाल:मां और 2 बेटियाें समेत 5 लोगों की हत्या कर दफनाया, ऊपर से यूरिया, नमक डाला ताकि शव गल जाए; डेढ़ महीने से लापता था आदिवासी परिवार,
मध्यप्रदेश के देवास जिले में एक ही परिवार के 5 लोगों का नरकंकाल मिला है। पुलिस के मुताबिक, ये कंकाल एक आदिवासी परिवार के हैं जो 13 मई से लापता था। शवों को 8 से 10 फीट गहराई में दफनाया गया था। इसे गलाने के लिए उनके कपड़े हटाकर यूरिया और नमक भी डाला गया था। नमक के खाली पैकेट्स शव के आसपास मिले हैं।
गांव के ही दबंग व्यक्ति ने की हत्या
सूत्रों के मुताबिक, इस परिवार की एक 21 साल की बेटी का गांव के ही एक दबंग व्यक्ति से अफेयर चल रहा था। कुछ दिनों बाद उसकी शादी होने वाली थी। लड़की उस पर शादी का दबाव बना रही थी। इसी बात पर उस व्यक्ति ने परिवार के सभी लोगों की हत्या कर शवों को जमीन में दफना दिया।
पुलिस के मुताबिक, मृतकों की शिनाख्त ममता बाई पति मोहनलाल कास्ते (45), बेटियां रूपाली (21) और दिव्या (14) के रूप में हुई है। जो नेमावर के ही रहने वाले हैं। साथ ही दो शव पूजा पिता रवि ओसवाल कास्ते (15) और पवन रवि ओसवाल कास्ते (14) ममता की छोटी बहन के बच्चे के हैं। ये सभी 13 मई की रात से ही घर से बिना बताए गायब हो गए थे। मंगलवार को इनके शव मेला रोड स्थित सुरेंद्र ठाकुर के खेत से बरामद किए गए।
युवती के मोबाइल लोकेशन से पहुंचे संदिग्धों तक
देवास ग्रामीण एडिशनल SP सूर्यकांत शर्मा ने बताया कि इस हत्याकांड की जांच के लिए 5 टीमें बनाई गई थीं। इसमें एक 21 साल के युवती का मोबाइल भी लगातार ट्रेस किया जा रहा था। मोबाइल की आखिरी लोकेशन चोरल डैम पर आई थी। इसके आधार पर 6 लोगों को हिरासत में लिया गया था। इनकी निशानदेही पर ही शव बरामद किए। फिलहाल आरोपियों से पूछताछ जारी है।
पुलिस इस मामले में अभी ज्यादा कुछ बताने से इनकार कर रही है। हो सकता है बुधवार को इस पूरे मामले का खुलासा किया जा सकता है। लेकिन माना जा रहा है कि मुख्य आरोपी पुलिस की गिरफ्त में है और उसके घटना के बारे में सच उगलने के बाद ही पुलिस इन शवों तक पहुंच पाई है।
लापता होने के बाद चालू था युवती का मोबाइल
जानकारी के मुताबिक, गुमशुदा परिवार में से एक युवती का फोन लगातार चालू था और उसकी अलग-अलग लोकेशन आ रही थी। सायबर सेल को आखरी लोकेशन चोरल के आसपास की मिली थी। सूत्रों की माने तो यह सब आरोपियों की ही करामात थी और पुलिस को उलझाने के लिए आरोपी ही अलग-अलग लोकेशन पर उसके मोबाइल का उपयोग कर रहे थे।